द कश्मीर फाइल्स से भी ज्यादा दर्दनाक और भयावह है चम्पारण सत्याग्रह की दास्तान, उसे मूर्तरूप दिया जाएगा : डा. अस्थाना

द कश्मीर फाइल्स से भी ज्यादा दर्दनाक और भयावह है चम्पारण सत्याग्रह की दास्तान, उसे मूर्तरूप दिया जाएगा : डा. अस्थाना

- फ़िल्म में 3 आईएएस और 6 बीपीएस के अधिकारियों ने अभिनय करने हेतु स्वीकृति प्रदान की है

प्रमोद कुमार 

मोतिहारी,पू०च०।
भारतीय स्वतंत्राता संग्राम के इतिहास में पहले असहयोग आंदोलन के रूप "चम्पारण सत्याग्रह’’ का नाम स्वर्णाक्षरों में उल्लेखित है। चम्पारण सत्याग्रह आंदोलन पर बड़े कैनवास पर युवराज मीडिया एण्ड इन्टरटेनमेंट द्वारा ’’चम्पारण सत्याग्रह’’ नाम से वेब सीरीज और भव्य फीचर फिल्म बनाया जा रहा है जिसमें किसानों के संकल्पों, संघर्षों और सपनों को प्रस्तुत किया जा रहा है। फ़िल्म की 20 प्रतिशत शूटिंग पहले सम्पन्न हो चुकी है।

वर्ष 1906 से 1918 के बीच के चम्पारण को मूर्तरूप देने के लिए सेट बनवाने एवं अहम लोकेशन चयन के लिए फ़िल्म के निर्देशक डा. राजेश अस्थाना एवं "चम्पारण में बापू" पुस्तक के लेखक ब्रजकिशोर सिंह ने आवश्यक बैठक किए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मोतिहारी में मोतीझील के किनारे शूटिंग के लिए एक गाँव बसाया जाएगा।

इसके अलावा कई लोकेशन फ़ाइनल किए गए।बैठक के बाद डा. अस्थाना ने उपस्थित पत्रकारों को बताया कि आज की युवापीढ़ी चम्पारण सत्याग्रह को न के बराबर जानती है। उन्हें यह मालूम नही है कि उनके पूर्वजों ने कितनी कुर्बानियां दी है। उन्होंने दावा किया कि "चम्पारण सत्याग्रह’’ की दास्तान 'द कश्मीर फाइल्स' से भी ज्यादा दर्दनाक और भयावह है।

उक्त दास्तान को मूर्तरूप दिया जाएगा। फ़िल्म की शुरुआत ही दर्शकों को झकझोर कर रख देगी और पूरी फ़िल्म सम्पूर्ण विश्व में चम्पारण के अतीत से रूबरू कराएगी।युवराज मीडिया एण्ड इन्टरटेनमेंट द्वारा कॉरपोरेट रूप में बन रही यह वेब सीरीज सुप्रसिद्ध गाँधीवादी ब्रजकिशोर सिंह लिखित पुस्तक "चम्पारण में बापू" से संदर्भित है।

युवा फ़िल्मकार ई. युवराज द्वारा निर्मित वेब सीरीज एवं भव्य फ़िल्म " चम्पारण सत्याग्रह " की परिकल्पना, कथानक, स्क्रिप्ट, संवाद, अभिनय एवं निर्देशन का जिम्मा राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त बिहार के चर्चित फिल्मकार डा. राजेश अस्थाना ने संभाला है. फ़िल्म में 3 आईएएस और 6 बीपीएस के अधिकारियों ने अभिनय करने हेतु स्वीकृति प्रदान की है।

वहीं मुख्य कलाकारों में अधिकारियों के अलावा चम्पारण के वरीय कलाकार रवीश मिश्र, सुमन मिश्रा, डा. राजेश अस्थाना, कोमल मिश्रा, प्रियंका माहरा, सोनू पाण्डेय, परम शाह, सचिन पाण्डेय, ब्रजकिशोर सिंह, खुर्शीद आलम, प्रो. ब्रजकिशोर, पिंकू श्रीवास्तव, संयम कुमार, नीलमणि अभिनय कर रहे हैं.

फ़िल्म में स्थानीय कलाकारों में अनिल तिवारी, सुरेंद्र पाण्डेय, अमरेंद्र सिंह, राकेश ओझा, मुन्ना गिरी, देशबंधु तिवारी, रामबाबू तिवारी, रूपेश पाण्डेय, प्रभात रंजन, विजय सिंह, गुलरेज शहज़ाद, कपिलदेव पटेल, राकेश कुमार, म. शाहनवाज समेत दर्जनों कलाकार अभिनय का जलवा बिखेरेंगे।वेब सीरीज में एसोसिएट निर्देशक युवा निर्देशक अमृत अभिषेक हैं. फ़िल्म के गीतकार चम्पारण के ही गीतों के राजकुमार की उपाधि से विभूषित पंडित अश्विनी कुमार आँसू एवं डा. राजेश अस्थाना हैं तो संगीतकार स्नेहाशीष शिबू देब हैं।

फ़िल्म में छायांकन राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त देवाशीष सरकार एवं अशोक माही, स्थिर छाया रिंकू गिरी का है तो संपादन बिहार के चर्चित फ़िल्म संपादक रौशन जमाल एवं प्रेम कुमार के हैं. फ़िल्म में रूप सज्जा मनोरंजन के हैं तो कला निर्देशन ऐतिहासिक सेट बनाने में माहिर आर रामचंद्रन और सुधांशु शर्मा के हैं।