नौ दिवसीय अष्टयाम में दिनों दिन उमड़ रही भक्तों की भीड़
नौ दिवसीय अष्टयाम में दिनों दिन उमड़ रही भक्तों की भीड़
P9bihar news
सत्येन्द्र कुमार शर्मा, सारण:-
यज्ञ की परिक्रमा करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। उक्त बातें संत श्रीधर बाबा ने कहा।यज्ञ की परिक्रमा करने से दुख, दरिद्रता ,आलस्य, रोग,दोष और ईर्ष्या दूर होती हैं तथा समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ ही स्वास्थ्य, संपत्ति, सद्बुद्धि में समृद्धि होती हैं। उक्त बातें श्रीधर दास जी महाराज ने महर्षि श्रीधर बाबा नयन ज्योति अस्पताल सरायबक्स के प्रांगण में राधे कृष्ण मंदिर में चल रहे नौ दिवसीय अखंड अष्टयाम के दौरान छठे दिन रविवार को कहीं।
उन्होंने यानि कानि च पापानि जन्मान्तरकृतानि च ,तानि तानि प्रणश्यन्ति प्रदक्षिण पदे पदे... के व्याख्या करते हुए कहा कि हमारे द्वारा जाने अनजाने तथा पूर्वजन्मों में किए गए पाप कर्मों की परिक्रमा करने से मुक्ति मिलती है। श्रीधर बाबा ने कहा कि जहां भी भगवान का नाम हो, मंदिर या फिर तीर्थ स्थानों की परिक्रमा करना सनातन संस्कृति में काफी महत्वपूर्न
नाम का महिमा है उतना ही परिक्रमा का भी महिमा है, इसीलिए यज्ञ और अष्टयाम की परिक्रमा की जाती है। बुधवार को सुबह से ही आसपास के दर्जनों गांव की महिलाओं और युवतियों की भीड़ मंदिर में पूजन अष्टयाम मंडप की परिक्रमा और श्रीधर बाबा से दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ी।
वही दूर दराज से गायक, व्यास और कलाकार आकर अलग-अलग धुनों पर "हरे राम हरे कृष्ण" महामंत्र की जाप कर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दे रहे हैं। आयोजक श्रीधर बाबा के शिष्य मुरारी स्वामी ने बताया कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी से चल रही नौ दिवसीय अखंड अष्टयाम की पूर्णाहुति गुरूवार को होगी।