गुड फ्राइडे पर बगहा के चखनी चर्च में ईसाई समुदाय के लोगों ने किया प्रार्थना
गुड फ्राइडे को लेकर ईसाई समुदाय के लोगों ने रखा उपवास
दिवाकर कुमार
बगहा। गुड फ्राइडे के दिन बगहा एक प्रखंड स्थित चखनी चर्च में ईसाई समुदाय के लोगों ने सुबह में प्रार्थना की। इस प्रार्थना में चर्च के पल्ली पुरोहित फादर चैंबर्लिन के नेतृत्व में क्रूस की उपासना और आराधना की गई। चखनी चर्च परिसर में ईसाई समुदाय के लोगों के द्वारा चौदह मुकाम की यादगारी में चौदह स्थानों पर प्रार्थना करने के पश्चात चर्च में प्रार्थना किए।
ईसाई समुदाय के मनोज माइकल ने बताया कि गुड फ्राइडे ईसाईयों का प्रमुख पर्व हैं, ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान यीशु मसीह ने अपने प्राण त्याग दिए थे। इसी वजह से ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हैं।
इस दिन को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राईडे भी कहा जाता है। इस दिन ईसाई धर्म के लोग यीशु मसीह के क्रूस को याद करते हैं। यह दिन ईसाई धर्म के समुदाय के लिए बेहद खास है। इस दिन हम सभी गिरजाघरों में प्रार्थना करते हैं। कई लोग प्रभु यीशु की याद में उपवास भी करते हैं और उपवास के बाद मीठी रोटी बनाकर खाते हैं। ऐसी मान्यता है कि फ्राइडे के दिन क्रूस पर चढ़ाए जाने के बाद तीसरे दिन यीशु मसीह पुनः जीवित हो गए थे।
इसी की खुशी में ईस्टर संडे मनाने की भी परंपरा है। चखनी चर्च के फादर चैंबर्लिन ने गुड फ्राइडे की इतिहास के बारे में बताया कि गुड फ्राइडे मनाने के पीछे की मान्यता है कि लगभग दो हजार साल पहले यरुशलम के गैलिली प्रांत में प्रभु ईसा मसीह लोगों को एकता,अंहिसा और मानवता का उपदेश देते थे। उस दौरान लोग उन्हें ईश्वर मानने लगे थे। लेकिन कुछ लोग ईसा मसीह से चिढ़ते थे।
ऐसे लोग धार्मिक अंधविश्वास को फैलाने में विश्वास रखते थे। उन लोगों ने ईसा मसीह की शिकायत रोम के शास पिलातुस से कर दी, जो खुद को ईश्वर का पुत्र बताया करते थे। ईसा मसीह पर धर्म अवमानना और राजद्रोह का आरोप लगा। ईसा मसीह को मृत्युदंड का फरमान सुना दिया गया। उन्हें कांटों का ताज पहनाया गया और चाबुक से मारा गया।
इसके बाद उन्हें कीलों की मदद से सूली पर लटका दिया गया। बाइबल के मुताबिक, जिस सूली पर ईसा मसीह को चढ़ाया गया था, उसे गोल गाथा कहा जाता है। इसी याद में ईसाई समुदाय के लोग गुड फ्राइडे मनाते हैं और 3 दिन बाद ईस्टर पर्व मनाते हैं।वही गुड फ्राइडे को लेकर बगहा एक के चखनी चर्च में ईसाई समुदाय के लोगों की भीड़ चर्च में प्रार्थना के लिए उपस्थित रही।