झारमहुई मे चचरी पूल से पार करा कर अंचल प्रशासन व एसडीआरएफ ने लोगों को पहुंचाया ईदगाह 

झारमहुई मे चचरी पूल से पार करा कर अंचल प्रशासन व एसडीआरएफ ने लोगों को पहुंचाया ईदगाह 

संवादाता दिवाकर कुमार


 बगहा।बगहा अनुमंडल अंतर्गत बगहा एक प्रखंड के सलहा बरिअरवा पंचायत के झारमहुई व रायबारी महुअवा गांव के बीच मसान नदी के कटाव से ध्वस्त नाला मे बना चचरी पूल को एसडीआरएफ के टीम व अंचल कार्यालय बगहा एक के पदाधिकारियों ने संयुक्त रुप से नमाजी लोगों को पार करा कर ईदगाह में नमाज अदा करने के लिए पहुंचाया।

अंचलाधिकारी बगहा एक अभिषेक आनंद के नेतृत्व में राजस्व कर्मचारी ललितेश्वर शर्मा, अंचल नाजीर वृजेश यादव के साथ ही अंचल कार्यालय बगहा एक के कई कर्मी शामिल रहे। उन्होंने बताया कि झारमहुई गांव के लोगों को चचरी पूल पार कर ईदगाह जाने मे किसी भी प्रकार की परेशानी नही रहे।

श्री शर्मा ने बताया कि किसी अनहोनी के आशंका व भय से प्रशासन पुरी तरह से मुस्तैद रही। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ टीम के नेतृत्व में चचरी पूल आर पार कराया गया। 


अंचल प्रशासन व एसडीआरएफ टीम ने कटाव स्थल का किया निरीक्षण 

सलहा बरिअरवा पंचायत के झारमहुई गांव के समीप मसान नदी के कटाव स्थल का निरीक्षण अंचल कार्यालय बगहा एक पदाधिकारियों के साथ ही एसडीआरएफ टीम के लोगों ने किया। मसान नदी बाढ बचाव संघर्ष समिति के अध्यक्ष खलीक कुरैशी , समाजसेवी नसीम अख्तर,  सफीउरहमान,  उप सरपंच अतिउरहमान, नौशाद अख्तर,  जे पी पांडेय समेत दर्जनों की संख्या में लोगों ने बताया कि मसान नदी के किनारे शेरवा गांव के समीप सरकारी स्तर से निर्माण कराये जा रहे

गाईड बांध निर्माण हो जाने से नदी की बहाव प्रत्यक्ष रूप से झारमहुई गांव के तरफ हो जायेंगी। तथा हजारों एकड़ में लगाये गये फसलें बर्बाद हो जायेंगा। तथा मसान नदी के कटाव से गांव तंग व तबाह हो जायेंगी। हालांकि पदाधिकारियों ने आश्वासन देते हुए कहा कि वरीय पदाधिकारियों को समस्या से अवगत कराया जायेगा। ताकि झारमहुई गांव समेत अजमलनगर तमकुही मुङिला सलहा समेत विभिन्न गांवो को मसान नदी के कटाव से बचाई जा सके। 

सीएम से लेकर डीएम तक लोगों ने भेजा था त्राहिमाम पत्र 

सलहा बरिअरवा पंचायत के झारमहुई , तमकुही,  अजमलनगर,  मुडिला,  इनारबरवा,  बरिअरवा समेत विभिन्न गांवो के लोगों ने सुबे की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,  जल संसाधन विभाग के सचिव व जिलाधिकारी प चम्पारण को मसान नदी के कटाव से बचाव को लेकर त्राहिमाम पत्र भेजा था। तथा बरसात पूर्व मसान नदी के किनारे सुरक्षात्मक गाईङ बांध निर्माण कराने की मांग की थी।