संसार रूपी भवसागर से पार पाना चाहते हैं तो सिर्फ राम नाम की नौका है

संसार रूपी भवसागर से पार पाना चाहते हैं तो सिर्फ राम नाम की नौका है

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी,पू०च०।
भगवान श्रीराम ने कुछ हीं जिवो का उद्धार किया होगा ,हजारों लाखों का। लेकिन भगवान श्री राम की कथा तो आज भी करोड़ों लोगों का उद्धार कर रही है राम कथा सुने ,कृष्ण कथा सुने, हरि कथा सुने, शिव कथा सुने, आपके जो भी इष्टदेव हो उनकी कथा सुने, क्योंकि इस धरती पर अगर वास्तव में कुछ सुनने के लिए है तो वो है भगवान की कथा और जिस ने सुनी है तो वह बार-बार सुने और रामचरित्र को जीवन में धारण करने की कोशिश करें

उक्त उद्गार ब्रह्मलीन योगीराज श्री देवराहा बाबा गुरुकुल आश्रम में चल रहे 51 वे सद्गुरु महायज्ञ एवं संगीतमयी श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथा व्यास सुमन पांडे भारद्वाज ने कही उन्होंने कथा के माध्यम से भक्तों को कहा कि एक बार खुद कथा में आकर देखें तभी तो जान पाओगे की कथा में रखा क्या है यदि किसी व्यक्ति को तैरना सिखाना है

तो पानी में जाना पड़ेगा उसी तरह से आनंद तृप्ति मुक्ति चाहिए तो कथा में आना पड़ेगा। जो लोग इस संसार रूपी भवसागर से पार पाना चाहते हैं उसके लिए सिर्फ राम नाम की नौका है रामकथा तो चंद्रमा की किरणों के समान शीतलता प्रदान करने वाली है

यजमान श्रीमती गीता सिंह द्वारा विधि विधान के साथ राम नाम संकीर्तन का पूजन किया गया दूसरे दिवस के श्री राम कथा का विधिवत दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ आश्रम अध्यक्ष विनय कुमार शर्मा सचिव जय गोविंद प्रसाद दिलीप केसरी खुशबू पुरम अजय कुमार अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से किया।