रोहित के आत्मदाह को एसपी ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, विपिन हत्याकांड की CID जांच की अनुशंसा
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
पूर्वी चंपारण में आरटीआई कार्यकर्ता के बेटे के आत्मदाह करने के मामले में एसपी डॉ. कुमार आशीष ने दुःख जताते हुए विपिन अग्रवाल हत्याकांड की सीआईडी जांच के लिए अनुशंसा करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के परिवार की संतुष्टि के लिए विपिन हत्याकांड की जांच के लिए सीआईडी को अनुशंसा की जाएगी।
मृतक रोहित से नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक दिन सभी फरियादियों की बात सुनते हैं। गुरुवार को भी 3 बजे से 5 बजे तक लोगों से मिलकर उनकी फरियाद सुनी थी। लेकिन उस दरम्यान रोहित नहीं आया था। उसी समय जिला जज के यहां होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए मैं चला गया।
रोहित के साथ कार्यालय कर्मियों के दुर्व्यवहार की बातें कहीं जा रही है जो सही नहीं है। क्योंकि सीसीटीवी फुटेज में ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है। विपिन हत्याकांड के अनुसंधान में 26 लोगों का नाम सामने आया था।जिसमें से 15 लोगों के खिलाफ मामला सत्य पाया गया है। शूटर समेत 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि अन्य 8 लोग फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
बचे हुए 11 लोगों के खिलाफ जांच जारी है।वही मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल द्वारा पुलिस पर बयान बदलने के लिए दबाब बनाने के आरोप पर जबाब देते हुए एसपी ने कहा कि पुलिस ने ऐसा कोई दबाब नहीं बनाया है। मृतक रोहित की मां का बयान मेरे पास आया है। ऐसी कोई बात उन्होंने नहीं कही है।
एसपी ने बताया कि मृतक के परिजन इस समय सदमे में हैं. इसलिए कभी-कभी बयान बदल रहे है। गौरतलब है कि हरसिद्धि में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी।