बाढ़ की संभावित खतरों से बचाव को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता ने चलाया जागरूकता

बाढ़ की संभावित खतरों से बचाव को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता ने चलाया जागरूकता

बाढ़ की संभावित खतरों से बचाव को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता ने चलाया जागरूकता

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी, पू०च०।
प्रखण्ड सुगौली के सरहरी गोडिगावां बंगरा गुमटी सुगांव सहित विभिन्न क्षेत्रों मे बाढ़ की संभावित खतरे से बचाव को लेकर  डोर टू डोर जागरूकता अभियान चलाया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान लोगों को जागरूक करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अवधेश कुमार गुप्ता ने कहा कि अगर बाढ़ आ जाती हैं तो उसकी तैयारी पहले से ही करनी होती हैं ताकि आपदा के समय जान माल की सुरक्षा हो सके।  

बाढ़ के समय सतर्कता बरतने के लिये रेडियो, टीवी, समाचार पत्रों व स्थानीय अधिकारीयो की चेतावनी पर विशेष ध्यान रखें, अफवाहों से बचें।अगर बाढ़ आ गई हैं तो तय कर ले कि कौन सा समान आप अपने साथ लेकर जा सकते हैं और कौन सा समान छोड़ कर जा सकते हैं।

बाढ़ आने पर पालतू जानवरों पर विशेष ध्यान रखें तथा उन्हें ऊँची व सुरक्षित स्थानों पर ले जाये, साथ ही स्थल का पूर्व चयन करते हुए सूखे भोजन पदार्थ, कपड़े, दवा तथा पेयजल, मोमबत्ती, माचिस की व्यवस्था कर लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि आपदा के समय रोगी व बुजुर्गों पर विशेष ध्यान रखनी चाहिए। कोई भी आपदा पूर्व में सूचना देकर नही आती हैं।

इस स्थिति में बाढ़ या कोई अन्य प्राकृतिक आपदा आने पर सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि अक्सर बाढ़ आने पर ग्रामीण इलाकों के बच्चे, बाढ़ के पानी मे नहाने के लिए नदी, तालाब, खेतों में जाते हैं तथा उक्त स्थानों में अत्यधिक पानी होने के कारण डूबने से बच्चों की मृत्यु हो जाती हैं। इसलिए बाढ़ आपदा के समय बच्चों पर भी ज्यादा ध्यान रखें, उन्हें पानी से दूर रखें तथा उनकी देख भाल करें।