आठ क्रियाशील युवा संगठनों के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित

आठ क्रियाशील युवा संगठनों के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी,पू०च०।
सिटीजन फोरम ऑफ मोतिहारी के मिसकॉट स्थित समाधान केंद्र में संध्याकाल जिले के आठ क्रियाशील युवा संगठनों के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक फोरम अध्यक्ष बीरेंद्र कुमार जालान की अध्यक्षता में संपन्न हुई।इस बैठक में उपस्थित सभी संगठनों के पदाधिकारियों के परिचय के पश्चात ,उनके संगठनों की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली गई।

सभी संगठन अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम कर रहे हैं। रक्तदान समूह के सह संयोजक दिलनवाज रशीद ने मोतिहारी से प्रारंभ हुए इस अभियान का प्रचार प्रसार अब पूरे बिहार में होने की जानकारी दी। सचमुच इस संगठन ने रक्तदान के मामले में अभूतपूर्व काम किया है इसलिए उन्हें बधाई दी गई।

ख्वाब फाउंडेशन के राज्य अध्यक्ष अमित कुशवाहा और जिला अध्यक्ष टी वाई साहब ने शिक्षा एवं युवाओं को मोटिवेशन के संदर्भ में क्रियाशील अपने संगठन की चर्चा की। यह संगठन वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराता है!

आईपीएस विकास वैभव के संगठन लेटेस्ट इंस्पायर बिहार के माध्यम से शिक्षा समानता और उद्यमिता को बिहार में प्रोत्साहित करने की जानकारी श्री दक्ष ने दी। विशिष्ट अतिथि के रुप में पधारे ,आलोक कुमार ने आलोक फाउंडेशन के द्वारा महादलित के स्वास्थ्य शिक्षा और परिवार परामर्श केंद्र के माध्यम से जागरूकता अभियान के बारे में बताया।

बिहार नवयुवक सेना के संस्थापक, अनिकेत रंजन ने जिला के समस्याओं पर युवाओं को संगठित करके उन में सामंजस्य स्थापित करना एवं हर वर्ग के छात्रों के लिए निशुल्क सरकारी छात्रावास की स्थापना का उद्देश्य सामने रखा। युवा संगठन के रंजीत गिरी ने निशुल्क शिक्षा एवं चिकित्सा की जरूरत पर बल देते हुए इसके बाजारीकरण पर चिंता व्यक्त की एवं मोतीझील तथा धनौती नदी के मुद्दे पर अपने संगठन की भूमिका बताई।

समरेंद्र गिरी ने नगर निगम की उदासीनता एवं छात्रों से जुड़े मुद्दों पर सक्रियता की चर्चा की।सिटीजन फोरम के तरफ से सभी संगठनों को विभिन्न केंद्र /राज्य सरकार के कल्याणकारी योजनाओं एवं महिलाओं, बच्चों निशक्ततो तथा बुजुर्गों के लिए विशेष योजनाओं के संदर्भ वाले जानकारी वाला विस्तृत फोल्डर एवं महिलाओं के संदर्भ में सारे कानूनों की एक पुस्तिका भेंट की गई,एवं इस दिशा में जन जागरूकता का अनुरोध किया गया।

सभी संगठनों के साथ विचार विमर्श के दौरान मुख्य रूप से चार विषय ऐसे सामने आए, जिनपर योजनाबद्ध ढंग से कार्य करने की आवश्यकता है।प्रशासनिक पदाधिकारियों की उदासीनता से नागरिक ,शिक्षा स्वास्थ्य एवं विकास के मूलभूत सुविधाओं और योजनाओं से वंचित है।

प्रशासन एवं राजनेता ,कई बार सामाजिक संगठन के लोगों को प्रताड़ित करने का प्रयास करते हैं!नगर निगम, मोतीझील के संदर्भ में नागरिकों के साथ संवाद की स्थिति नहीं रहने से सकारात्मक कार्य नहीं हो पा रहे हैं। नगर निगम की निष्क्रियता के कारण शहर की हालत नारकीय है एवं भ्रष्टाचार चरम पर।प्रेस/ मीडिया बहुत चयनात्मक ढंग से समाचारों को सामने रखता है

!अधिकतर सत्ताधारी दल एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों की बातें हीं सामने आती हैं , कई संगठन की गतिविधियों को महत्व नहीं दिया जाता।युवा संगठनों के उपरोक्त पदाधिकारियों के अतिरिक्त, सिटीजन फोरम के उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा ,समाधान केंद्र के सह प्रभारी सतीश टंडन  सोहेल अख्तर, राहुल सिंह, परवेज इकबाल भी उपस्थित रहे