प्रतिभा पलायन विषय पर विस्तृत चर्चा
रिपोर्टर प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
डॉ राधाकृष्णन सभागार मोतिहारी में जिला प्रशासन पूर्वी चंपारण के फेसबुक पेज पर प्रतिभा पलायन विषय पर टॉक शो का सीधा प्रसारण किया गया।सोच में हिस्सेदारी बराबरी की थीम पर एक तरफ प्रशासन और दूसरी तरफ जनता के विषय को ध्यान में रखते हुए "प्रतिभा पलायन" विषय पर विस्तृत चर्चा की गई।
ऑनेररी स्पीकर -सह -जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक, वरीय उप समाहर्ता दीपशिखा , मंच संचालक, आयुष कार्तिकेय द्वारा बहुत ही सुरुचिपूर्ण ढंग से विषय वस्तु पर विस्तृत चर्चा की गई , साथ ही श्रोताओं का ध्यान भी आकृष्ट करते रहें।अन्य वक्ताओं में डिप्टी कलेक्टर मोनू कुमार ,
कुमारी रोशनी विश्वकर्मा (सहायक प्रधानाध्यापक, डॉ श्री कृष्ण सिन्हा महिला महाविद्यालय ) ,
डॉक्टर आनंद कुमार सिन्हा( एमडी अस्पताल , अधीक्षक डीएसपीएस आयुर्वेदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल ,मोतिहारी )
डॉक्टर श्वेता तिवारी ( पीएचडी सहायक प्रधानाध्यापक, एमजीसीयू ,मोतीहारी ) रंजीत कुमार, (स्कूटीव डायरेक्टर , के एस ईटी ,ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट ) ने ब्रेन ड्रेन विषय पर सभी ने अपने अपने विचार स्पष्ट रूप से रखें।जिलाधिकारी ने कहा कि हमे ब्रेन ड्रेन से ब्रेन ग्रेन की ओर जाना है , तभी स्वस्थ समाज की संरचना संभव होगी।वरीय उपसमाहर्ता दीपशिखा ने कहा कि छोटी शहर में छोटी-छोटी ईच्छाओं में बड़ी खुशियां मिल जाती है, जैसे बैलगाड़ी पर बैठना
,तांगे पर घूमना आदि बिहार की जमीन से जुड़ी सोच सभी को प्रभावित करती है।डॉ श्वेता तिवारी ने पीपीटी के माध्यम से युवाओं की स्थिति को उजागर किया , जो हमारी यथार्थ स्थिति को बताता है।डॉक्टर आनंद कुमार सिन्हा ने कहा कि बेहतर चिकित्सा के माध्यम से बेहतर जीवन शैली को जिया जा सकता है।
श्री रंजीत कुमार ने कहा कि सामाजिक जागरूकता के साथ-साथ स्टाफ को भी जागरूक करने से प्रशासन पर जनता का विश्वास होगा ।लालफीताशाही को कम करना ,साथ ही हम आज के युवाओं के लिए आने वाला कल नहीं बना सकते , किंतु हम युवाओं को आने वाले कल के लिए तैयार कर सकते हैं।कुमारी रोशनी विश्वकर्मा ने कहा कि युवाओं के लिए हिंदी विषय को लेकर कैरियर में कौन-कौन सी संभावनाएं हैं इसको बताया।प्रशासन अगर एक कदम चल रही है तो जनता भी एक कदम आगे बढ़ें । तभी प्रशासन और जनता के बीच विश्वास बनेगा और सुंदर समाज की रचना संभव है।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन दीपशिखा ने किया ।
निष्कर्ष में यही कहा जा सकता है कि समस्या जहां है , समाधान भी वही छुपा हुआ है।जिलाधिकारी ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि आगे भी यह कार्यक्रम अनवरत चलता रहे । जिससे " प्रतिभा पलायन" विषय से संबंधित समस्याओं का निदान खोजा जा सके ।