रमजान मुबारक 2022: नजर आया रमज़ान का चांद , रविवार को हुआ पहला रोज़ा
प्रमोद कुमार
मोतिहारी : हाफिज कैसर जमाल ने कहा, 'इस बार कोविड का खतरा कम होने के बाद मस्जिदें खोल दी गई हैं और ‘तरावीह’ की नमाज़ होगी, लेकिन कोविड का खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है,
इसलिए एहतियात जरूरी है। हाफिज कैसर जमाल ने सभी को रमजान की मुबारकबाद दी। दुनिया भर के मुसलमान रमजान के पवित्र महीने को मनाते हैं।
लोग अपना पहला भोजन(सहरी) करने के लिए सुबह जल्दी उठते हैं, और शाम को वे इफ्तार साथ अपना उपवास तोड़ते हैं। रमजान को रमदान भी कहते हैं। इसे माह ए रमजान भी कहा जाता है।
शनिवार शाम को चांद दिखने के साथ ही मुसलमानों में रौनक देखी गई। मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज अदा करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई और इशा की नमाज की बाद तरावीह की नमाज अदा की गई।
वही रमजान को लेकर बच्चे में भी रोजा रखने की ख्वाइश देखी गई। मोहल्ला मिस्कौट के मो.परवेज,अब्दुल कादिर,मो.इमरान ने बताया की उनकी भगिनी आयशा परवीन उम्र 9 वर्ष ,आलिया परवीन उम्र 7 वर्ष की दोनो हमारी भांजी ने पहला रोजा रही। और भी छोटे छोटे बच्चे ने भी रोजा रहा