तिलावत व इबादत का पवित्र महीना है रमज़ान : हाफिज कैसर जमाल
*मोतिहारी : इफ्तार में नींबू के शरबत का करें इस्तेमाल, कोल्ड ड्रिंक्स,तली हूइ चीज़ों से करें परहेज़*
रमज़ान उल मुबारक की शुरुआत हो चुकी है और आज पहला रोज़ा है, बड़ी अकीदत के साथ रोज़ा रखने का सिलसिला शुरू है।
रमजान भलाई और एहसान का महीना है। इस को नेकियों यानि सद्कार्यों का महीना भी कहा जाता है। खुदा की रहमत पाने के लिए रोज़ा रखा जाता है और कुरआन की तिलावत भी की जाती हैं।
पॉंच वक़्त की नमाज़ के अलावा 20 रेकात तरावीह की नमाज़ जमाअत के साथ पढ़ी जाती है। इसलिए हम सभी ज़्यादा से ज्यादा ईबादत करते है, ज़िक्र व अज़्कार करें, दरूद व सलाम पढ़ें, झूठ,ग़ीबत,चुग़ल खो़री समेत अन्य गुनाहों से बचने का हर संभव प्रयास करें।
अपने इफ्तार में ग़रीब असहाय लोगों को शामिल करें । क्योंकि रोज़ेदार को इफ्तार कराने से एक रोज़ा का सवाब मिलता है।
एक हदीस शरीफ में प्यारे नबी ने फरमाया कि इफ्तार के समय दुआ क़बूल होती है। इस लिए हम अपने लिए और सारी मानवता के कल्याण की प्राथना करें और सारे जगत की अमन व सलामती की दुआ करें। इफ्तार के समय कोल्ड ड्रिंक, फ्रिज के पानी का प्रयोग हरगिज़ न करें। नींबू के शरबत का इस्तेमाल लाभदायक है।