जन सुराज के साथ तेजी से जुड़ रहे हैं समाज के दबे-कुचले लोग:- संजय ठाकुर

जन सुराज के साथ तेजी से जुड़ रहे हैं समाज के दबे-कुचले लोग:- संजय ठाकुर

जन सुराज के साथ तेजी से जुड़ रहे हैं समाज के दबे-कुचले लोग:- संजय ठाकुर

हर रोज  एक हजार से अधिक लोग पीके से भेंट कर जता रहे समर्थन

P9bihar news 

चम्पारण केसरी

सिकरहना, पू०च०। बिहार में अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़ा और अति पिछड़े वर्ग के लोग जिस तेजी से जन सुराज के साथ जुड़ने लगे हैं उससे कथित जातिवादी राजनीतिक दलों के नेताओं की बेचैनी बढ़ती जा रही है। बिहार में जदयू,राजद, कांग्रेस और भाजपा सभी की जमीन खिसकने लगी है

और लोगों को जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर के नेतृत्व में आस्था और विश्वास कायम होने लगा है। उक्त बातें आज यहां जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा है कि कोई दिन ऐसा नहीं है

जिस दिन पदयात्रा के दौरान विश्राम कैंप में एक हजार से अधिक दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक व अति पिछड़े समाज के लोग प्रशांत किशोर से भेंट कर उन्हें अपना समर्थन न देते हों। प्रशांत किशोर जी लगातार अपनी सभाओं में अथवा प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह स्पष्ट बता रहे हैं

कि बत्तीस वर्षों से लालू जी, नीतीश जी, कांग्रेस और फिर भाजपा की सरकारें यहां चलती रही है पर इन्होंने उक्त समाज के कल्याण के लिए कुछ भी नहीं किया। इन कथित समाजवादी सरकारों ने इस समाज को न तो शिक्षित बनाया और ना ही रोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।

इन सरकारों की बदइंतजामी ने लोगों को रोजी-रोटी के लिए दूसरे प्रदेशों में पलायन करने पर मजबूर कर दिया। अब जनता प्रशांत किशोर की उक्त बातें समझने लगी है और लोगों का झुकाव जन सुराज की तरफ तेजी से बढ़ने लगा है। इससे कथित समाजवादी पार्टियों की चिंता बढ़ने लगी है। प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्री ठाकुर ने कहा है कि बिहारी समाज के सभी वर्गों में मौजूदा व्यवस्था को बदलने की बेचैनी गांवों में साफ़ दिख रही है।

लोग जातिवादी और धर्मवादी राजनीति से ऊब चुके हैं। अब बिहारियों को अच्छी शिक्षा और रोजगार की जरूरत समझ में आने लगी है।

यहीं कारण है कि जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर की पदयात्रा में समाज के सभी वर्गों के लोग उत्साह से शामिल हो रहे हैं और जगह जगह उनका स्वागत और अभिनन्दन कर रहे हैं।