आवास सहायक को नाराज ग्रामीणों ने बनाया बंधक
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
सूबे में भ्रष्टाचार की जड़ें इस कदर फैली हैं कि गरीबों के आवास योजना में भी रिश्वतखोरी करने से पदाधिकारी बाज नहीं आ रहे।वही प्रधानमंत्री आवास योजना में इस तरह के मामले अक्सर देखने को मिलते हैं।
पूर्वी चंपारण जिले में भी आवास योजना लूट खसोट की योजना बनकर रह गई है। आवास योजना से जुड़े कर्मियों की कमीशन के खेल की शिकायतें अक्सर वरीय अधिकारियों के पास पहुंचती रहती है।
ऐसा ही एक मामला जिला के रामगढ़वा से सामने आया है। रामगढ़वा के रामगढ़वा पंचायत में आवास योजना में कमीशन मांगे जाने से नाराज ग्रामीणों ने आवास सहायक बिनोद पटेल को बंधक बना लिया।ग्रामीणों ने घंटों आवास सहायक को एक कमरे में बिठाकर रखा।
जिसकी जानकारी खुद ग्रामीणों ने पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आवास सहायक को सुरक्षित अपने साथ थाना पर ले गई।आक्रोशित ग्रामीणों के अनुसार रामगढ़वा पंचायत के लाभार्थियों से आवास सहायक 20-20 हजार रुपया अवैध वसूली कर रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार आवास सहायक ने रामगढ़वा पंचायत में दर्जनों दलाल को रखा है, जो आवास योजना के लाभुकों से अवैध वसूली करके आवास सहायक को देते हैं।
जब शुक्रवार को आवास सहायक जब पंचायत में दिखे,तो उन्हें देखते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए और आवास सहायक बिनोद पटेल को बंधक बना लिय।बंधक बने विनोद पटेल के साथ किसी तरह की अभद्रता की जानकारी नहीं मिली है।
हालांकि ग्रामीणों ने खुद पुलिस को सूचना देकर बुलाया और आवास सहायक विनोद पटेल को पुलिस के हवाले कर दिया।आवास सहायक बिनोद पटेल को बंधक बनाये जाने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बिनोद को अपने साथ ले गई।वहीं मामले के बारे में जानकारी लेने के लिए रामगढ़वा बीडीओ को फोन करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। आवास सहायक बिनोद पटेल से भी संपर्क नहीं हो सका है।
हालांकि रामगढ़वा थानाध्यक्ष ने बताया कि बंधक बनाने जैसी कोई बात नहीं थी।कई ग्रामीणों की आवास योजना की किस्त नहीं आयी है।उसी को लेकर ग्रामीण गुस्से में थे। थाने पर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया गया है।