पांच एलईडी वाहन रवाना, एईएस/चमकी बुखार पर फैलायी जाएगी जागरूकता
बुधवार को जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने एलईडी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर प्रखंडों के लिए रवाना किया गया। उक्त वाहनों द्वारा विभिन्न प्रखंडों के कुल 324 टोलों में ऑडियो वीडियो विजुअल के माध्यम से सघन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
प्रमोद कुमार
मुजफ्फरपुर। 4 मई
एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर जिले में सघन जागरूकता कार्यक्रम विभिन्न माध्यमों से लगातार चलाया जा रहा है।
इस क्रम में बुधवार को जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने एलईडी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर प्रखंडों के लिए रवाना किया गया। उक्त वाहनों द्वारा विभिन्न प्रखंडों के कुल 324 टोलों में ऑडियो वीडियो विजुअल के माध्यम से सघन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही कला कुंज बिहार, हाजीपुर की टीम को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। नुक्कड़ नाटक की टीम के द्वारा मीनापुर प्रखंड में कुल 20 टोलो में जागरूकता कार्यक्रम किया जाएगा। यह कार्य जिला जन-संपर्क कार्यालय के तत्वाधान में किया जा रहा है।
270 पंचायतों को गोद लिया गया है
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि फरवरी माह से ही चमकी पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर लगातार जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। 270 पंचायतों को गोद लिया गया है, जहां नियमित तौर पर वरीय अधिकारी विजिट करते हैं और रात्रि चौपाल का आयोजन करते हुए लोगों को जागरूक किया जाता है। इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, जीविका और आशा कार्यकर्ता के माध्यम से दैनिक रूप से डोर टू डोर विजिट करते हुए अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है। प्रत्येक वार्ड में 10 वर्ष के कम बच्चों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
बच्चे स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे
जिलाधिकारी ने कहा कि समय-समय पर वरीय पदाधिकारियों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का फीडबैक भी लिया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। मजबूत रेफरल सिस्टम और माकूल चिकित्सीय व्यवस्था की उपलब्धता के कारण भर्ती हो रहे बच्चों का प्रॉपर इलाज हो रहा है और इलाज उपरांत बच्चे स्वस्थ होकर अपने घर भी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान को गति देने की दिशा में आज एलईडी वाहनों के माध्यम से पंचायतों/गांव/टोलो में रवाना किया गया है जिनके द्वारा लगातार 25 दिनों तक लोगों को जागरूक किया जाएगा और चमकी से बचाव के बारे में जानकारी भी दी जाएगी।
मौके पर उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी, डीआरडीए निदेशक चंदन चौहान, डीपीआरओ कमल सिंह, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉक्टर सतीश कुमार, डीपीएम बीपी वर्मा, डीपीओ आईसीडीएस चांदनी सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।