बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव सह जयंती समारोह का हुआ आयोजन
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
1857 की क्रांति के महानायक वीर बाबू कुंवर सिंह की जयंती सह विजयोत्सव का आयोजन जाप नेता अभिजीत सिंह के घोड़ासहन स्थित श्री रामजानकी कोठी आवास पर दी सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जयंती समारोह में सर्व समाज के लोगों ने आजादी के शूरवीर को नमन किया।
विजयोत्सव पर विचार गोष्ठी हुई।उपस्थित गणमान्य अतिथियों को जाप नेता अभिजीत सिंह के द्वारा पगड़ी ,चादर व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। उक्त अवसर पर दी सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के उपाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा नई पीढ़ी के बच्चों को कुंवर सिंह के जैसा राष्ट्रभक्त, आदर्शवादी और लक्ष्य के प्रति सजग बनाना होगा।
उन्होने अपने संबोधन में ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अभिजीत सिंह ने कहा बाबू वीर कुंवर सिंह अदम्य साहस, वीरता, त्याग एवं बलिदान की प्रतिमूर्ति थे। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों को 80 वर्ष की उम्र में छक्के छुड़ा देने वाले ऐसे वीर बाकूड़े बाबू वीर कुंवर सिंह की जीवनी से आज के युवाओं को उनकी साहस ,पराक्रम तथा वीरता से प्रेरणा लेनी चाहिए।
वही श्री सिंह ने कहा कि वीर कुंवर सिंह अपनी उम्र के 80 वर्ष के पड़ाव पर जगदीशपुर के जमींदार बाबू कुंवर सिंह ने छोटे भाई अमर सिंह के साथ 12 जून 1857 को अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंका था। अंग्रेज अधिकारी विंसेंट आयर और विलियम टेलर को विद्रोह दबाने की जिम्मेवारी मिली, लेकिन वह अंत तक छापामार युद्ध को लड़ते रहे। उन्होंने कहा कि वीर कुंवर सिंह देश की आन, बान, शान हैं।
क्षत्रिय समाज की प्रेरणा हैं।उन्होंने सर्व समाज को साथ लेकर आजाद भारत के लिए तलवार उठाई थी। श्री सिंह ने कहा कि हमें बाबू कुंवर सिंह जैसे ही भावना और शक्ति के साथ काम करने की आवश्यकता है।