भारतीय संस्कृति के बिना हमारा संपूर्ण विकास संभव नहीं  -विकास वैभव

भारतीय संस्कृति के बिना हमारा संपूर्ण विकास संभव नहीं  -विकास वैभव

प्रमोद कुमार 

विकास वैभव, आईपीएस (विशेष सचिव गृह) का एमजीसीयूबी के बनकट स्थित स्थायी परिसर में  हुआ आगमन


मोतिहारी,पू०च०। 
विकास वैभव, आईपीएस (विशेष सचिव गृह,बिहार सरकार) का महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के बनकट स्थित स्थायी परिसर में आगमन हुआ, जिनका स्वागत गांधी भवन परिसर के निदेशक प्रोफ़ेसर प्रसून दत्त सिंह ने उन्हें पुष्पगुच्छ प्रदान करके किया।

विकास वैभव  ने गांधी भवन परिसर स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण करके  विश्वविद्यालय का दिग्दर्शन किया।प्रोफ़ेसर प्रसून दत्त सिंह ने विकास वैभव को विश्वविद्यालय की अब तक की प्रगति यात्रा तथा शैक्षणिक गतिविधियों की विस्तार से चर्चा की एवं अकादमिक उपलब्धियों से उन्हें अवगत कराया ।

विश्वविद्यालय के परिभ्रमण के क्रम में उन्होंने विश्वविद्यालय की भित्तियों पर लगे संस्कृत की सूक्तियों  तथा भारतीय परंपरा के अनुरूप कक्षों के नामों  को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की ।

उनका कहना था कि भारतीय संस्कृति के बिना हमारा संपूर्ण विकास संभव नहीं।विकास वैभव ने  विश्वविद्यालय के आगे के विकास क्रम में भी जुड़े रहने की अपनी भावना से अवगत कराया।

इस अवसर पर महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफ़ेसर प्रणवीर सिंह सहकुलानुशासक डॉक्टर अनिल प्रताप गिरि,संस्कृत विभाग के सह आचार्य डॉक्टर श्याम कुमार झा, डॉक्टर बबलूपाल एवं जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के भोजपुरी भाषा के वरिष्ठ साहित्यकार तथा हिन्दी भाषा अधिकारी डॉक्टर राजेश कुमार माँझी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा संस्कृत विभाग के शोध छात्र उपस्थित रहे।