किसान अपने लीची बगान के मालिक खुद बने और बाग को बचाएं

किसान अपने लीची बगान के मालिक खुद बने और बाग को बचाएं

किसान अपने लीची बगान के मालिक खुद बने और बाग को बचाएं

P9bihar news 


हामिद रजा 
मेहसी।
बिहार उद्योग संघ के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने कहा है कि किसान अपने लीची बगान के मालिक खुद बने और बाग को बचाएं। व्यापारियों से चार-पांच साल के लिए एक साथ बागान को नहीं बेचें। वह सोमवार को देर शाम मेहसी में आयोजित लीचीपुरम उत्सव के उद्घाटन के बाद आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेहसी की लीची का स्वाद लाजवाब है।

इसके सुगंध और स्वाद का कहीं की लीची नहीं कर सकती। इस धरोहर को बचाए रखने और बरकरार रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसान अगर अपने बागान को बचा लेंगे तो उनके लिए उन्नति के द्वार सदैव खुले रहेंगे। क्योंकि लीची एक बेहतरीन नगदी फसल है। उन्होंने किसानों को सलाह दी थी

वह राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के संपर्क में रहें और उसके नवीनतम वैज्ञानिक शोध का लाभ लेते रहे। उन्होंने समय पर बागों की कटाई- छटाई की सलाह दी और कहा कि इससे लीची के फल अपने गुणवत्ता के रूप में तैयार होते रहेंगे। मौसम मौसम की मार से लीची को बचाने के लिए उन्होंने बगान के पश्चिम तरफ पॉपुलर एवं अन्य पौधे लगाने की सलाह दी ताकि झुलसा देने वाली पछिया हवा से बागों की सुरक्षा हो सके।

श्री केसरी ने लीचीपुरम उत्सव समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की बुद्धि भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि यह समिति बहुत बेहतर कार्य कर रही है। इस पर सरकार के ध्यानाकर्षण की आवश्यकता है। इस अवसर पर मेहसी प्रखंड में पदस्थापित प्रखंड विकास पदाधिकारी सलोनी शरण ने कहा कि उन्होंने मेहसी की लीची के बारे में अध्ययन करना शुरू किया है और जहां तक हो सकेगा वह इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रयत्नशील रहेंगी।

कार्यक्रम और मेहसी क्षेत्र में संभावित विकास को लेकर लीचीपुरम उत्सव समिति के अध्यक्ष सुधीर कुमार सिन्हा ने विस्तार से बात रखी उन्होंने बिहार उद्योग संघ के अध्यक्ष केपीएस केसरी से अनुरोध किया कि वह इस क्षेत्र के विकास के लिए समिति के माध्यम से किया जा रहे कार्यों को अपना समर्थन एवं सहयोग दें।

इस अवसर पर बिहार के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आलोक मिश्रा, हरपुर के मुखिया कौशल सिंह, उझीलपुर के अजय कुमार राय, कटहां के मुश्ताक अहमद,  महासचिव सुदिष्ट नारायण ठाकुर, राकेश पाठक, बीके बीरेंद्र, विनोद कुमार दुबे, तारकेश्वर दुबे ,हामिद रजा, भूषण कुशवाहा, शंकर कुशवाहा, कृत नारायण प्रसाद,मंजय चौरसिया, शाहनवाज खान,मनोज मिली सहित अन्य समिति पदाधिकारी मौजूद थे।