जिले के दलित व अल्पसंख्यक बस्तियों में चमकी से बचाव को लग रहे हैं चौपाल 

जिले के दलित व अल्पसंख्यक बस्तियों में चमकी से बचाव को लग रहे हैं चौपाल 

जिले के दलित व अल्पसंख्यक बस्तियों में चमकी से बचाव को लग रहे हैं चौपाल 


- सरकारी स्तर पर इलाज की व्यवस्था हैं उपलब्ध 

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी,पू०च०। 
चमकी बुखार से बचाव को जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा विभिन्न प्रखंडों में चौपाल का आयोजन कर लोगों को चमकी बुखार के लक्षणों व बचाव के तरीकों से अवगत कराया जा रहा है। गुरुवार को जिले के हरसिद्धि प्रखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पड़डिया गाँव के वार्ड नम्बर - 8 दलित व अल्पसंख्यक बस्तियों में चमकी से बचाव को चौपाल का आयोजन किया गया l

इस चौपाल में आरबीएसके चिकित्सक डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ. प्रभात कुमार, केयर इंडिया प्रखंड प्रबंधक विक्रांत कुमार द्वारा  महिलाओं, बच्चों एवं पुरुषों को चमकी बुखार के लक्षण की पहचान, देख-भाल एवं बचाव के बारे में  बताया गया।आबीएसके चिकित्सक जितेंद्र कुमार ने बताया कि चमकी से बचाव को चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा चौपाल लगाने से क्षेत्र में  लोग जागरूक हो रहे हैं। वहीं माता पिता बच्चों पर नजर रख रहे हैं जिसके कारण बच्चे चमकी से सुरक्षित हैं।

उन्होंने बच्चों को धूप में न जाने देने के साथ ही हाथ- मुँह की साफ सफ़ाई पर ध्यान देने की बात बताई। केयर बीएम विक्रान्त कुमार ने चौपाल में बच्चों को रात में खाली पेट न सोने देने के साथ ही रात में हल्का मीठा भोजन जरूर कराने की अपील की।हरसिद्धि के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि सरकारी स्तर पर इलाज की व्यवस्था उपलब्ध है। लक्षण महसूस होने पर इलाज में देरी न करें।स्थिति असमान्य होने पर एम्बुलेंस भाड़ा कर जिला अस्पताल ले आएं।

बच्चों के अस्पताल ले आने का भाड़ा सरकारी स्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा।बच्चों को लगातार तेज बुखार रहना, बदन में लगातार ऐंठन होना, दांत पर दांत दबाए रहना, सुस्ती, कमजोरी की वजह से बेहोशी आना, चिउटी काटने पर भी शरीर में कोई गतिविधि या हरकत न होना आदि।मौके पर आरबीएसके चिकित्सक डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ प्रभात कुमार, केयर इंडिया प्रखंड प्रबंधक विक्रांत कुमार एएनएम,रानी कुमारी के साथ ग्रामीण उपस्थित थे l