अन्न प्राण है इसका दान प्राण दान के समान विनोद
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
गरीब असहाय जरूरतमंद बेसहारा लोगों के बीच भोजन वितरण का कार्य प्रत्येक शनिवार को निरंतर जारी है भोजन वितरण कर मानवता का परिचय देते हुए कार्यक्रम संयोजक आश्रम सह सचिव सामाजिक कार्यकर्ता राम भजन ने बताया कि
देवराहा बाबा गुरुकुल आश्रम सेवा परिषद और सीतादेवी ओंकारनाथ जालान सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में अन्नपूर्णा रसोई कार्यक्रम के माध्यम से निशुल्क छठी सेवा आज सदर अस्पताल के प्रांगण में मरीजों और उनके परिजनों जरूरतमंदों के बीच भोजन वितरणकर किया गया जहां चार सौ से अधिक लोगों को निशुल्क भोजन कराया गया
सीतादेवी ओमकारनाथ जालान सेवा संस्थान के संस्थापक विनोद जालन ने बताया कि अन्न प्राण है इसलिए इसका दान प्राण दान के समान है यह सभी दानों में श्रेष्ठ और ज्यादा फल देने वाला माना गया है।
यह धर्म का सबसे महत्वपूर्ण अंग है जीवन की तमाम समस्याओं से निजात पाने के लिए दान का विशेष महत्व है सामर्थ वान व्यक्ति को आगे आकर जरूरतमंदों के सेवा में सदैव तत्पर रहना चाहिए कार्यक्रम को सफल बनाने में राजेंद्र जालन, विक्की कुमार ,आशीष कुमार ,बिरेंद्र प्रसाद, निकेश कुमार आदि लोग लगे रहे।