मुजफ्फरपुर: विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान घर घर जाकर फैलाई जा रही जागरुकता

विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान घर घर जाकर फैलाई जा रही जागरुकता

मुजफ्फरपुर: विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान घर घर जाकर फैलाई जा रही जागरुकता

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 
मुजफ्फरपुर।  
विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर जिले में सेंटर फॉर कैटलाइजिंग चेंज संस्थान द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ कार्यक्रम चलाया जा रहा है।  इसके अंतर्गत जिला के चार प्रखंडों कांटी, बोचहॉ, मुशहरी एवं मीनापुर में पंचायत के मुखिया, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं ग्रामीण स्वच्छता समिति के सदस्यों के साथ आम जनों के बीच घर-घर जाकर जागरुकता रैली की जा रही है।  

धात्री व गर्भवती माताओं के साथ बैठक करते हुए बच्चे के प्रति मॉ के साथ-साथ पिता की जवाबदेहियों का ज्ञान कराया जा रहा है। बच्चे के पिता को इस बात के लिए प्रेरित किया जा रहा है कि मॉ के लिए उचित आहार ही उनके स्तन में दूध की बढोत्तरी का कारक होता है।गर्भ काल से ही मॉ का सही पोषण होना आवश्यक है जिससे बच्चे के जन्म के उपरांत जरूरत के अनुसार मॉ को दूध आए तथा बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पहला गाढ़ा पीला दूध मिल सके।

मॉ के पहले दूध को नवजात के लिए सर्वोत्तम आहार व सर्वोत्तम औषधीय गुण वाला बताया गया। इस संदेश को लेकर कांटी प्रखंड के पानापुर हवेली की मुखिया प्रियंका कुमारी, हरचंदा की मुखिया मदिना खातून, स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष कामिनी गुप्ता, गोदाइ फुलकांहॉ के पीएचएफडब्लूभीएससी (PHFWVSC) की अध्यक्ष वार्ड सदस्या प्रमिला, पंचायत की मुखिया जनकदेव सहनी के साथ सभी स्थलों पर आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका व प्रखंड के क्षेत्रीय समन्वयक रागिनी और बोचहॉ प्रखंड के पटियासा पंचायत के लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं ग्रामीण स्वच्छता समिति की सदस्या हुस्न आरा, करणपुर उत्तरी पंचायत समिति की अध्यक्षा रंजू देवी के साथ कार्यक्रम मे सहयोग के लिए बोचहॉ प्रखंड के क्षेत्रीय समन्वयक रीता कुमारी का योगदान रहा।

सी थ्री के जिला समन्वयक अभय कुमार ने बताया कि सेंटर फॉर कैटलाइजिंग चेंज पिछले चार वर्षों से पोषण सम्बन्धी व्यवहारों में अपेक्षित बदलाव सुनिश्चित करने के लिए ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ कार्य कर रहा है। स्‍तनपान एक महिला को कम से कम छह महीनों के लिए गर्भव‍ती न होने की 98 फीसदी सुरक्षा प्रदान करता है- लेकिन यह केवल तब, जब उसका मासिक-धर्म दोबारा शुरू नहीं हुआ हो।