वेदना और अनुभव कर बयां, चैंपियन टीबी उन्मूलन में निभा रहे महत्वपूर्ण भूमिका
वेदना और अनुभव कर बयां, चैंपियन टीबी उन्मूलन में निभा रहे महत्वपूर्ण भूमिका
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मुजफ्फरपुर ।
जिसने वेदना सही हो, जीने के लिए संघर्ष किया हो उसके पास अनुभव का भंडार होता है। अपने इन्हीं अनुभवों को टीबी सर्वाइवर से टीबी चैंपियन बने लोग टीबी मरीजों के बीच बांटते हैं। जिसकी बदौलत वह भी टीबी जैसी गंभीर बीमारी से उबरने में सक्षम होते हैं। फिलहाल जिले में कुल 7888 टीबी मरीज जिले में इलाजरत हैं। इसके अलावा सैंकड़ों टीबी मरीज इन्हीं टीबी चैंपियन की मदद से ठीक भी हुए हैं। जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उपेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि 24 टीबी से ठीक हुए युवाओं को टीबी चैंपियन बनाया गया था।
जिन्हें टीबी पर प्रशिक्षित भी किया गया। अभी इसमें से 21 टीबी चैंपियन महत्वपूर्ण रूप से सक्रिय हैं। जिनके योगदान को टीबी उन्मूलन की दिशा में कम नहीं आंका जा सकता। वहीं विभाग साल में एक से दो बार टीबी के सक्रिय मरीजों की खोज करता है। इसके अलावा प्राइवेट चिकित्सक भी टीबी के मरीजों की खोज में सहायता कर रहे हैं।मुजफ्फरपुर डीटीसी में टीबी चैंपियन के रूप में कार्य कर रहे दिवाकर कहते हैं, टीबी मरीज होने के दौरान हमें जिन कठिनाइयों का अनुभव किया, उसे आधार मानकर हम टीबी मरीजों की काउंसलिंग करते हैं।
विभाग से मिले टीबी मरीजों के नाम व पते पर हम उनके कॉल करते हैं, गृह भ्रमण काउंसलिंग करते हैं।यह समाज में टीबी पर फैले कलंक और भेदभाव को भी हटाने का काम कर रहे हैं।मुशहरी के 52 वर्षीय टीबी मरीज रामविलास कुशवाहा कहते हैं वह पिछले सात महीनों से दवा का सेवन कर रहे हैं, उन्हें इसी वर्ष टीबी का पता चला। टीबी चैंपियन उनकी डोज और दवा के बारे में हमेशा पूछते रहते हैं। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर वह उन्हें जाकर अस्पताल में दिखाते हैं।
अब उन्हें पहले से काफी आराम है। वहीं कुढ़नी के कान्हू चंद्रवंशी कहते हैं वह चार महीनों से टीबी चैंपियन जगन्नाथ राय की देखरेख में दवा का सेवन कर रहे हैं और अब उनका स्वास्थ्य ठीक है,पर उन्हें अभी दो महीने और दवा खानी है।रीच के गौहर कहते हैं डीटीसी, मुशहरी, कुढ़नी, कांटी, मीनापुर और गायघाट में टीबी सपोर्ट हब संचालित है। इसमें टीबी चैंपियन बैठते हैं। वहां वे पॉजिटिव हुए लोगों की काउंसलिंग भी करते हैं।
इसके अलावे 11 रैपिड रिस्पांस टीम गठित हैं जो टीबी पेशेंट की मदद के लिए हैं। टीबी चैंपियन टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की वह कड़ी हैं जो कहीं न कहीं टीबी के मरीजों को कार्यक्रम से जोड़ती है। टीबी मरीजों का यही जुड़ाव टीबी उन्मूलन के लिए सफलता का परिचायी होगा।