जीरो टोलरेंस के साथ वैक्सीनेशन हमारी प्राथमिकता: जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी

जीरो टोलरेंस के साथ वैक्सीनेशन हमारी प्राथमिकता: जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी

- 2 मई से शुरू होगा मिशन इंद्रधनुष का तीसरा चरण 

प्रमोद कुमार 

मुजफ्फरपुर,27 अप्रैल ।
विश्व टीकाकरण सप्ताह अप्रैल के आखिरी सप्ताह में मनाया जाता है। इस बार यह 24 से 30 अप्रैल तक मनाया जा रहा है। इस सप्ताह के दौरान लोगों को बीमारियों से बचाने में टीकों की भूमिका और महत्व को बताया जाता है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार पांडेय ने बताया कि जिले में विभाग वैक्सीनेशन में जीरो टॉलरेंस की नीति बनाकर चलती है।

इस बार का थीम लॉन्ग लाइफ फॉर ऑल की सार्थकता भी तभी सिद्ध होगी,जब टीकाकरण किसी विशेष सप्ताह में न सिमट कर पूरे वर्ष जोश के साथ लोगों को ये बताएं कि कैसे उनका जीवन लंबा हो और भरपूर जीवन जीएं। 

80 प्रतिशत पूर्ण टीकाकरण :
डॉ पांडेय ने कहा कि जिले में अप्रैल 2021 से 20 अप्रैल 2022 तक जीरो से 24 महीने के लक्षित 1,43,934 बच्चों में 1,15,237 बच्चों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। यह कुल लक्ष्य का 80 प्रतिशत है। इसके अलावा जेई एवं एईएस के अतिप्रभावित क्षेत्रों में जेई के टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों के लिए विशेष रुप से चलाए गए कैचप राउंड में 2020 से 16 अप्रैल 2022 तक  जिले में कुल 3,91,895 बच्चों को टीकाकृत किया गया।

वहीं 2022 में 23 अप्रैल तक जेई1 के 6708 तथा जेई 2 के 8516 टीके दिए गए।  ये सभी आंकड़े एचएमआईएस पर उपलब्ध हैं। 2 मई से मिशन इंद्रधनुष के तीसरे राउंड की शुरुआत हो रही है। जिसमें बच्चों को निःशुल्क टीके लगेंगे। 

कोविड का टीका महत्वपूर्ण :
डॉ पांडेय ने कहा कि नियमित टीकाकरण के साथ जिले में कोविड टीकाकरण पर भी ध्यान दिया जा रहा है। चौथी लहर की संभावना को देखते हुए लोगों को सलाह भी है कि वे अपने छूटे हुए टीकाकरण को अवश्य पूरी करें। 

भविष्य के लिए प्रतिरक्षित करता है टीका:
नियमित टीकाकरण हो या कोविड टीकाकरण, दोनों ही टीके न सिर्फ हमारा भविष्य  के लिए बेहतर स्वास्थ्य तैयार करते हैं बल्कि खुद के साथ यह दूसरों को भी संक्रामक बीमारियों से बचाता है। किसी भी बच्चे का टीकाकरण करा कर उसका पूरा भविष्य हम संक्रामक रोगों से सुरक्षित रख सकते हैं। सरकारी अस्पतालों या किसी भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सारे तरह के टीके निःशुल्क उपलब्ध है।