भीषण गर्मी को देखते हुए चमकी से बचाव को लेकर स्वयंसेवक ने किया जागरूक

भीषण गर्मी को देखते हुए चमकी से बचाव को लेकर स्वयंसेवक ने किया जागरूक

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी, पू०च०।
सुगौली प्रखण्ड के विभिन्न बस्तियों में वीएलई सह स्वयंसेवक अवधेश कुमार गुप्ता के द्वारा कुपोषण एवं "एईएस" चमकी बुखार के लक्षण व बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। स्वयंसेवक अवधेश कुमार गुप्ता ने कहा कि कोई बच्चा किसी भी दशा में कुपोषित न हो, इसलिए ग्रामों में विशेषकर माताओं को जागरूक करना जरूरी हैं।

उन्होंने ने कहा कि स्वच्छ रहने तथा सन्तुलित व विटामिन युक्त आहार लेने से ही कुपोषण से बचा जा सकता है, इसके लिए प्रतिदिन स्नानं करें, शौचालय का प्रयोग करे, खाना खाने से पहले व शौच से आने के बाद साबुन से हाथ साफ करें। बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को हरी सब्जियों के साथ-साथ विटामिन युक्त पदार्थोें का सेवन कराएं और समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराये।

उन्होंने कहा कि कुपोषण से बच्चों का शारीरिक विकास के साथ मानसिक विकास रुक जाता और वह कमजोर हो जाते हैं। एईएस चमकी बुखार के लक्षण एवं बचाव के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिदिन गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस स्थिति में एक वर्ष से पंद्रह वर्ष के बच्चों में एईएस, चमकी बुखार होने की संभावना बनी रहती हैं।

इसलिए खासकर बच्चे, बेवजह धूप में बाहर ना निकले, आम का टिकोला खाने से बचें, पूर्व से जमे हुए पानी मे स्नान ना करें। स्वयंसेवक गुप्ता ने चमकी बीमारी के लक्षण के बारे में कहा कि पीड़ित व्यक्ति को तेज बुखार होना, बार-बार उल्टी होना, काला व लाल शरीर मे चतका होना इत्यादि इसके लक्षण है।उन्होंने ने कहा की ऐसी कोई भी लक्षण दिखाई दे तो फौरन अपने आशा कार्यकर्ता व डॉक्टर से सम्पर्क करें।

प्रतिदिन स्वयं स्नान करें एवं अपने बच्चों को भी स्नान कराये साफ सफाई पर ध्यान दें, बच्चों को खाली पेट रात्रि को सोने नहीं दे। ताजा भोजन का सेवन करे, बासी भोजन के सेवन से बचें, साफ सुथरा कपड़ा खुद पहने एवं अपने बच्चों को भी पहनाये।मौके पर टेली लॉ सीएससी पैरा लिगल वोलेंटियर्स नितु कुमारी सर्राफ, पशु टिकाकर्मी रणधीर कुमार, प्रवीण कुमार, शत्रुधन साह, सुनील मांझी, कपिल मांझी, चोकट पासवान सहित अन्य मौजूद थे।