व्रतियों द्वारा घाट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य 

व्रतियों द्वारा घाट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य 

सत्येन्द्र कुमार शर्मा, 
 चैत्र माह के षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला लोक आस्था सूर्य उपासना के महापर्व छठ को अस्ताचलगामी सूर्य को व्रतियों द्वारा घाट पर अर्घ्य दिया गया।वहीं श्रद्धालुओं में व्रत को लेकर.काफी उत्साह रहा। 


 व्रतियों के बहत्तर घंटो का उपवास के साथ पूरे श्रद्धाभाव व निष्ठा से मनाया जाना वाला महापर्व छठ काफी देश विदेश में भी काफी लोकप्रिय है। लोग मन्नत पूरी होने के बाद अथवा मन्नत पूरी होने के लिए छठ व्रत का अनुष्ठान शदियों से करते आ रहे हैं।

इस वर्ष सात अप्रैल गुरुवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को संध्या 6:14 तक अर्घ्य देकर सूर्य देवता का पूजन कर छठ माता कात्यायनी की पूजा किया।

वहीं शुक्रवार आठ अप्रैल को प्रातः पाँच बजकर 37 मिनट पर सूर्योदय होने पर अर्घ्य देगें। छठ व्रती उषा काल में ही सूर्य के उगने के इंतजार में उन्हें अर्घ्य देने के लिए गंगा नदी के अलावा आसपास के नदी तालाब के तट पर जल में खड़े होकर पूजा करतें हैं।

इस वर्ष व्रतियों श्रद्धालुओं व बच्चों में यह उत्साह  इसलिए भी खास रहा क्योंकि लोग विगत वर्षों में कोरोना काल के कारण घरों में सिमट कर अपना अनुष्ठान संपन्न किए। इस वर्ष घाटों पर काफी भीड़ रही।