ई-संजीवनी टेली मेडिसिन के सफल क्रियान्वयन हेतु चिकित्सक एवं नर्स प्रशिक्षित

ई-संजीवनी टेली मेडिसिन के सफल क्रियान्वयन हेतु चिकित्सक एवं नर्स प्रशिक्षित

सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण :- ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन के सफल क्रियान्वयन के लिए चिकित्सक और नर्स प्रशिक्षित हुए।     

             -घर के पास हीं आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेगी।
सेवा देने के लिए पूरी तरह से चिकित्सक और नर्स तैयार है।
लाभुकों को आरोग्य दिवस पर निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श की सुविधा मिलेगी।
छपरा जिले के ग्रामीण एवं दूर-दराज के क्षेत्रों के व्यक्तियों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। इस हेतु राज्य में ई-संजीवनी के माध्यम से टेलीमेडिसीन से चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया जा रहा है।  इस कार्य के विस्तार एवं ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ई-संजीवनी के माध्यम से सभी वीएचएसएनडी सत्र पर पहले से दी जाने वाली सेवाओं के अतिरिक्त चिकित्सीय परामर्श की सुविधा प्रदान करायी जानी है।

स्वास्थ्यकर्मियों का प्रशिक्षण एवं उसके बाद सभी इंतजाम कर 18 फ़रवरी को वीएचएसएनडी सत्रों पर टेलीमेडिसीन कंसल्टेशन का शुभारंभ किया जाना है।  18 तारीख को प्रत्येक वीएचएसएनडी सत्रों पर कम से कम एक लाभार्थी का टेलीकंसल्टेंसी कराना सुनिश्चित करना है।  जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी एवं ए.एन.एम/ जी.एन.एम./ नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

प्रत्येक प्रखंड स्तर पर पहले से प्रशिक्षित एवं कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारी को चिकित्सा पदाधिकारी- आउटरीच नामित किया जाना है जो चिकित्सीय परामर्श के अलावा कार्यक्रम के मूल्यांकन एवं पर्येवेक्षण का भी काम करेंगे। 
सेवा देने के लिए पूरी तरह से हैं तैयार: 


गड़खा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. पंकज आर्यन ने बताया कि ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन की सेवा पहले से हीं मरीजों को दी जा रही है। अब आरोग्य दिवस पर यह सेवा दी जायेगी। इसके लिए हम सभी पूरी तरह से तैयाार हैं। इसके लिए हमलोगों को प्रशिक्षण भी मिला। जिसमें कई महत्वपूर्ण बातें बतायी गयी हैं। ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय परामर्श दी जा सके। वीएचएसएनडी सत्रों पर टेलीमेडिसीन से चिकित्सीय परामर्श के दौरान हाई रिस्क केसेस जैसे गर्भवती महिलाएं, अतिकुपोषित बच्चों आदि के लिए रेफ़रल सुविधा उपलब्ध करना है।

स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर किये गए रोगी के स्वास्थ्य की अद्यतन स्थिति को प्राप्त किया जाना है। आवश्यकतानुसार पैथोलॉजिकल सुविधाएँ, एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध करानी है। साथ ही ग्रीन चैनल सुविधा अंतर्गत कूरियर सेवा द्वारा आवश्यकतानुसार टेस्ट किट एवं दवाओं की उपलब्धता वीएचएसएनडी सत्रों पर सुनिश्चित करानी है। 

उत्साह के साथ करेंगे काम:
दरियापुर प्रखंड की एएनएम मंजू कुमारी ने बताया कि ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन के लिए हम लोगों को प्रशिक्षण मिला है। आरोग्य दिवस पर अब यह सेवा शुरू हो रही है। हमलोगों में काफी उत्साह है कि क्षेत्र की जनता को अब बेहतर सेवा गांव में मिल सकेगी। मैं सुंदरपुर एचएससी में कार्यरत हूं। यहां भी ईसंजीवनी की सेवा मरीजों को मिलेगी। स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और गुणवत्तापूर्ण सुविधा मुहैया कराने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। 

अब गांव में मिलेगी चिकित्सकीय परामर्श:
सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के तिवारी टोला निवासी गुड्डू तिवारी ने कहा कि सरकार का यह प्रयास काफी सराहनीय है। अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को घर पर हीं ईसंजीवनी टेलीमेडिसीन के माध्यम से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मिलेगी। यह कदम आमजनों के लिए संजीवनी साबित होगी। कई बार लोग दूर नहीं जाना चाहते हैं और बीमारी को दबाकर रखते है जो आगे खतरनाक साबित हो जाता है। लेकिन अब इस सेवा की शुरुआत होने से लोगों को तुरंत चिकित्सकीय सेवा मिल सकेगी।