बैंक निजीकरण के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल घोषित

बैंक निजीकरण के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल घोषित

सत्येन्द्र कुमार शर्मा

. सारण :-  केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण हेतु बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक  संसद के किसी भी सत्र में पारित कराना चाहती है, जिससे निजीकरण का रास्ता साफ़ हो जाएगा। 


दूसरी ओर AIBEA, AIBOA, BEFI आदि से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी सरकार के निर्णय के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल दिनांक 28/03/2022 से 29/03/2022 पर जाने का निर्णय लिया है ।


हमलोग सरकार की इस मंशा को कभी सफल नहीं होने देगें  ,और ना ही राष्ट्रीयकृत बैंकों का निजीकरण किसी भी सूरत में करने का इजाजत देंगे। सरकार के इस फैसले के खिलाफ बैंक संगठनों ने 28 मार्च से 29 मार्च 2022 तक पूरे भारत में दो दिनों के लिए हड़ताल का आयोजन किया जा रहा है, हम सभी सहकर्मी साथियों को इस हड़ताल में शामिल होकर  इसे सफल बनाने का निवेदन करते है।

प्रिय साथियों आज नहीं तो कभी नही, शायद कुछ लोगों के मन में  इधर- उधर का प्लान चल रहा होगा तो मेरे प्रिय साथियों घूमने के लिए पूरा जीवन पड़ा  है।

ये बैंक है तो हमारी पहचान है इसलिए  समय के हिसाब से हमे एकजुट होकर अपनी शक्ति का अवश्य प्रदर्शन करे,और अपने अपने जिला मुख्यालय या राजधानी मुख्यालय उपस्थित होकर एकता का परिचय दें। 
अन्य संगठन से भी निवेदन है कि हड़ताल को सफल बनाने में पुरी मदद करने की अपील के साथ
 "इन्कलाब जिंदाबाद!"
"हमारी एकता जिन्दाबाद है और हमेशा जिन्दाबाद रहेगा।" की घोषणा की गई है।


  घोषणा एस एन पाठक ,
जयशंकर प्रसाद AIBOA एवं
आर आर प्रदीप AIBOA ,मनोज कुमार सिंह.उप महासचिव पंजाब नैशनल बैंक ईम्पलाई यूनियन बिहार तथा सहायक सचिव बिहार प्रोविंसियल बैंक ईम्पलाई एसोसिएसन बिहार द्वारा संयुक्त रूप से प्रेस को जानकारी दी है।