एईएस/जेई की रोकथाम के लिए अलर्ट मोड में रहें पदाधिकारी- डीएम 

एईएस/जेई की रोकथाम के लिए अलर्ट मोड में रहें पदाधिकारी- डीएम 

एईएस/जेई की रोकथाम के लिए अलर्ट मोड में रहें पदाधिकारी- डीएम 

P9bihar news 

प्रमोद कुमार शर्मा 
मोतिहारी। जिला समन्वय समिति की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय परिसर स्थित राधाकृष्णन भवन में आयोजित की गईं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों के साथ अन्य विभागों के पदाधिकारीयों को समन्वय कर चमकी बुखार की रोकथाम को लेकर आमजनों को जागरूक करने के साथ ही अलर्ट रहने का निर्देश दिया।

उन्होंने बताया कि गर्मियों में एईएस/जेई के मामले सामने आते है, ऐसे में इसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, जीविका, शिक्षा विभाग द्वारा जागरूकता फैलाना बेहद आवश्यक है। उन्होंने संध्या चौपाल लगाने का निर्देश दिया, साथ ही सभी पीएचसी, अनुमण्डलीय अस्पताल में चिकित्सकों के साथ ही दवा, बेड, एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

वहीं मौके पर सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रवण कुमार पासवान, डीएस डॉ अवधेश कुमार ने जिलाधिकारी को एईएस के इलाज व लक्षन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रवण कुमार पासवान ने जिलाधिकारी को बताया की मार्च से लेकर जून तक एईएस का खतरा ज्यादातर बरकरार रहता है।

एईएस से लड़ने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में तैयारियां की जा रही हैं। जिले की जीविका दीदियों, आशा फैसिलिटेटरों, नर्सो को समय समय पर एईएस से सम्बंधित प्रशिक्षण कराया जा रहा है व आवश्यक जानकारी दी जा रही हैं। डॉ पासवान ने कहा बच्चों को एईएस से बचाने के लिए माता-पिता को शिशु के स्वास्थ्य के लिए अलर्ट रहना चाहिए। समय-समय पर देखभाल करते रहना चाहिए।

स्वस्थ्य बच्चों को मौसमी फलों, सूखे मेवों का सेवन करवाना चाहिए। साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। छोटे बच्चों को मां का दूध पिलाना बेहद आवश्यक है।