नियमित देखभाल से फाइलेरिया रूपी विकलांगता को दूर भगाएं : डीएम
नियमित देखभाल से फाइलेरिया रूपी विकलांगता को दूर भगाएं : डीएम
प्रमोद कुमार
सीतामढ़ी।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला भीबीडी नियंत्रण कार्यालय सीतामढ़ी के प्रांगन में फाइलेरिया (हाथीपाँव ) ग्रसित लोगों के लिए योग शिविर का आयोजन किया गया। योग शिविर का शुभारंभ जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने किया। इस योग शिविर में जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रविन्द्र कुमार यादव ने फाइलेरिया ग्रसित मरीजों को पैरों की नियमित देखभाल, व्यायाम तथा इसके लाभ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फाइ लेरिया विश्व में मानसिक रोग के बाद विकलांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण है।
उक्त अवसर पर जिला पदाधिकारी, सिविल सर्जन और एसीएमओ द्वारा फाइ लेरिया ग्रसित मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण किया गया।जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि आज पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। योग हमें शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के साथ स्फूर्ति प्रदान करता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर फाइलेरिया ग्रसित लोगों के लिए एमएमडीपी शिविर का आयोजन अत्यंत ही सराहनीय प्रयास है। नियमित देखभाल एवं व्यायाम द्वारा फाइलेरिया रूपी विकलांगता को रोका जा सकता है।
इससे व्यक्ति नियमित दिनचर्या के साथ-साथ कार्य योग्य भी हो सकता है। जिलाधिकारी ने उपस्थित फाइलेरिया के मरीजों से दिए गए एमएमडीपी किट का उपयोग करने एवं पैर की नियमित देखभाल करने की अपील की।जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रविन्द्र कुमार यादव ने बताया कि फाइलेरिया रोग मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर फ्लूलेक्स एवं मैनसोनाइडिस प्रजाति के होते हैं,
जिसमें मच्छर एक धागे समान परजीवी को हमारे शरीर में छोड़ता है। इस रोग का संक्रमण सामान्यतया बचपन में ही होता है। यद्यपि यह बीमारी वर्षों बाद सामने आती है। इस रोग में पैर, हाथों, अंडकोश एवं शरीर के अन्य भागों में अत्यधिक सूजन होने लगती है। बाद में यह सूजन स्थायी हो जाती है। अन्य रोगों की तरह फाइलेरिया (हाथी पांव) रोग की रोकथाम की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचने के लिए घरों के आसपास गंदगी व कूड़ा इकट्ठा न होने दें। नालियों और गड्ढों में पानी जमा न होने दें। मच्छरों से बचने के सभी उपाय करें।