सामुदायिक सहभागिता के रूप में निक्षय मित्र बनाने का प्रयास करें
सामुदायिक सहभागिता के रूप में निक्षय मित्र बनाने का प्रयास करें
- मुहिम को गति देने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सभी जिलों में पत्र लिखा
P9bihar news
शशांक मणि त्रिपाठी
सीतामढ़ी।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में टीबी रोग के प्रति जनजागरूकता लाकर वर्ष 2025 तक टीबी को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है। टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ आमजनों की सहभागिता भी जरूरी है। इसके तहत निक्षय मित्र टीबी रोगियों को सहायता पहुंचा सकते है।
इस मुहिम को गति देने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सभी जिलों में पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से कहा गया है कि जिला स्तर पर सभी संबंधित विभागों एवं गैर सरकारी संस्थानों के साथ बैठक कर सामुदायिक सहभागिता के रूप में निक्षय मित्र बनाने का प्रयास किया जाए। निक्षय मित्र योजना की पूरी प्रक्रिया मरीज के स्वेच्छा और उसकी सहमति पर है। इसके लिये पत्र के माध्यम से जिले के मरीजों से सहमति प्राप्त करने की बात कही गई है।
साथ ही पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत क्रियाकलापों एवं निरंतर समीक्षा से सामुदायिक सहभागिता को बल मिलेगा। सामूहिक सहभागिता से टीबी उन्मूलन के सपने को साकार करने का प्रयास किया जाए।
पोषण, आजीविका के स्तर पर करेंगे मदद-
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि निक्षय मित्र योजना एक तरह से टीबी रोग से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी सामान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दल, गैर सरकारी संस्थान, कॉर्पोरेट संस्थान टीबी के मरीज को गोद ले सकता है। इस अभियान के तहत व्यवस्था की गई है
कि निक्षय मित्र बनने वाला व्यक्ति या संस्था कम से कम एक वर्ष के लिए और अधिक से अधिक तीन साल के लिए किसी गांव, वार्ड, पंचायत, ब्लॉक या जिले के किसी टीबी रोगी/रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण, आजीविका के स्तर पर जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं। लोग सामाजिक दायित्व के तहत निक्षय मित्र योजना से जुड़कर भारत को टीबी मुक्त करने में बड़ा योगदान दे सकते हैं।
भेदभाव के नजरिया को बदलना भी प्रमुख लक्ष्य-
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि निक्षय मित्र बनाने के लिए लिए जिले में प्रयास जारी है। उन्होंने बताया कि कोई भी आम नागरिक निक्षय मित्र बन टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में अपनी जिम्मेदारी निभा सकता है। समाज में टीबी रोगियों के प्रति भेदभाव के नजरिया को बदलना भी इस कार्यक्रम का एक प्रमुख लक्ष्य है। कोई भी इच्छुक व्यक्ति डिजिटल पोर्टल पर निक्षय मित्र बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। सरकार द्वारा निक्षय हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। जहाँ फोन कर इस संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। नंबर है 1800-11-6666।