मीडिया अध्ययन विभाग में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर परिचर्चा का आयोजन

मीडिया अध्ययन विभाग में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर परिचर्चा का आयोजन

मीडिया अध्ययन विभाग में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर परिचर्चा का आयोजन

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
मोतिहारी,पू०च०।
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय की मीडिया अध्ययन विभाग में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर परिचर्चा का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने की । आयोजन समिति में मीडिया अध्ययन विभाग के डॉ. साकेत रमण, डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र एवं डॉ. सुनील दीपक घोडके मौजूद रहे ।


अध्यक्षीय उद्बोधन में विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने मीडिया के विभिन्न मानकों को समझते हुए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया । डॉ. झा ने कहा कि मीडिया की जिम्मेदारी समाज में सामंजस्य बनाकर राष्ट्र को मजबूत बनाने की है । साथ ही समाज को दिग्भ्रमित करने के बजाय जनहित के मुद्दों को उठाना भी मीडिया का मूल धर्म है । उन्होंने कहा कि सभी मीडिया के विद्यार्थियों को सकारात्मक दिशा में काम करते हुए राष्ट्रनिर्माण में योगदान देना चाहिए । 


इस अवसर पर विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ साकेत रमण ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस की बधाई देते हुए वर्तमान मीडिया की मूल्यनिष्ठा पर जोर दिया। उन्होंने राष्ट्रनिष्ठ पत्रकारिता की जरूरत पर बल देते हुए विद्यार्थियों को पत्रकारिता नैतिकी की जरूरत भी समझाई।सहायक आचार्य डॉ. सुनील दीपक घोडके ने मीडिया विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य की कामना करते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और देश के भविष्य की जिम्मेदारी विद्यार्थियों पर ही है ।

डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने पत्रकारिता के मूल तत्वों को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया तथा पत्रकारिता की गुणवत्ता को समझाया । विद्यार्थियों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए मीडिया के मानकों का पालन करना चाहिए । 


परिचर्चा में विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थियों ने अपने वक्तव्य के माध्यम से राष्ट्रीय प्रेस दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला । परिचर्चा में बीजेएमसी और एमजेएमसी से अंकिता,विवेकानंद,आशीष,अनुपम,अंजली,अमन, राजीव, अनन्या आदि ने अपने वक्तव्य दिए । साथ ही शोधार्थी नवीन तिवारी,मनीष,रजनीश त्रिपाठी, अभिजीत सिंह, सौविक आचार्य व सुनील कुमार ने अपने वक्तव्य रखे ।धन्यवाद ज्ञापन शोधार्थी रजनीश त्रिपाठी व संचालन शोधार्थी रश्मि प्रकाश ने किया ।