सामाजिक शोध एवं विकास केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में समुदाय की भागीदारी से एक चौपाल का आयोजन

सामाजिक शोध एवं विकास केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में समुदाय की भागीदारी से एक चौपाल का आयोजन

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी, पू०च०।
बंजरिया प्रखंड के आपदा प्रोन गांव खैराघाट और अजगरवा मे  खैराघाट स्थित मठ परिसर में मौसम अनुकूल आपदा पूर्व तैयारी, मस्तिक ज्वार और कोविड-19 टीकाकरण तथा बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने जैसे सवालों पर बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप पूर्वी चंपारण तथा सामाजिक शोध एवं विकास केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में समुदाय की भागीदारी से एक चौपाल का आयोजन किया गया।

जिसकी अध्यक्षता  शरावती देवी ने किया, और संचालन त्रिलोकी मुखिया ने किया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता अमर ने चौपाल को संबोधित करते हुए कहा कि यहां के लोग काफी मेहनत मशक्कत करके खेती गृहस्थी करते हैं।

लेकिन हमारी छोटी सी भूल के कारण महीनों का मेहनत-परिश्रम और घर से लगाई गई पूंजी  जलकर भस्म हो जाता है। हम जो घर बनाते हैं या जीविका के लिए जो पशुधन की सुरक्षा के लिए अलाव जलाते हैं इन से उठने वाली चिंगारी हमारे बरसों के मेहनत पर पानी फेर देता है। एक तरफ हम हर साल बाढ़ से परेशान होते हैं और दूसरी तरफ अपनी छोटी सी भूल की वजह से हम सब कुछ गवा देते हैं।

इसलिए जरूरी है कि हम सभी लोग सावधानी बरतें समय से पहले खाना बनाएं, सूती कपड़े का खाना बनाते समय उपयोग करें और जहां भी आग का प्रयोग करते हैं वहां समुचित पानी की व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे नौनिहाल मौसम में हो रहे फेरबदल के कारण मस्तिष्क ज्वर चमकी बुखार के शिकार नहीं हो इसके लिए हर माता-पिता को अपने बच्चों पर, उनके स्वास्थ्य पर, उनके भोजन पर बारीकी से नजर रखने की आवश्यकता है।

श्री अमर ने  यह भी कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंजरिया के द्वारा प्राइवेट वाहन और एंबुलेंस की व्यवस्था चमकी बुखार की चपेट में आने वाले बच्चों के अबिलम्ब इलाज के लिए पंचायत स्तर पर की गई है। वाहन का भुगतान विभाग द्वारा किया जाएगा। वैसे सभी आशा के पास सुरक्षा कवच के रूप में चमकी बुखार से बचने के लिए प्राथमिक उपचार हेतु दवाएं उन्हें दी गई हैं। जरूरत है समय पर बच्चों पर ध्यान देना और उन्हें तत्काल अच्छे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल पहुंचाया जाए।

इस अवसर पर शिवबालक राय ने कहा कि कोरोना से सुरक्षा के लिए 12 से 14 आयु वर्ग, 15 से 17 आयु वर्ग और 18 प्लस के सभी लोगों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है , जो लोग या हमारे परिवार के उपरोक्त उम्र सीमा में आने वाले किशोर किशोरी बच्चे बूढ़े नौजवान यदि टीका से वंचित है

तो उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाना सुनिश्चित करें। आत्माराम सहनी, हजूर निशा, नौशाद आलम, यूके सहनी ने कहा कि अभी समय है के प्रशासन हम लोगों के ऊपर विशेष ध्यान देकर लोकनाथपुर से अजगरवा तक गंडक बूढ़ी गंडक नदी पर यातायात की सुविधा हेतु फूल की व्यवस्था की जय ताकि हम लोग आदिम युग से बाहर निकल सके।

उमा देवी, सोनी देवी, इंदु देवी, पूजा देवी, बसंती देवी, पछिया देवी ने कहा कि साल के तीन चार महीना तब हम लोगों का गांव इलाका चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिरा रहता हैऔर अभी जब पानी की जरूरत है नदी में पानी घुटने भर हो चुका है, चारों तरफ का पोखरा सूख गया है। सरकार अगर मनरेगा के अंतर्गत इन सबों की उड़ाही कराए, मजदूरी के रूप में कम से कम अप्रैल से लेकर 15 जून तक भी काम उपलब्ध करा दें तो हजारों लोगों को जहां काम मिलेगा वही इस सूखे के समय में सिंचाई के लिए और पशुओं के पीने के लिए पानी की उपलब्धता तो होगी ही, मछली पालन भी हो सकता है।

और बाढ़ के प्रकोप में थोड़ी कमी भी आ सकती है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए पहलाद कुमार और प्रभात कुमार ने कहा कि हमारे यहां के स्कूल में 12 सौ बच्चों का नामांकन है लेकिन मात्र ढाई से 300 लोगों के लिए ही पोषाहार की व्यवस्था हो पाती है और छात्रों के अनुपात में शिक्षकों को की संख्या नगण्य है। हाई स्कूल बनने का तो बन चुका है लेकिन उसके अनुरूप शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने की वजह से हमारे बच्चों का पढ़ाई प्रभावित हो रहा है।