300 से अधिक लोगों की हुई टीबी और एचआईवी की जांच

300 से अधिक लोगों की हुई टीबी और एचआईवी की जांच

300 से अधिक लोगों की हुई टीबी और एचआईवी की जांच

-पुनौरा वार्ड नंबर सात के आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 22 पर लगाया गया स्वास्थ्य शिविर

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 

सीतामढ़ी। वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर पूरे जिले में अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान जिले में टीबी मरीजों की खोज भी की जा रही है। साथ ही सदर अस्पताल से लेकर अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों की टीबी बीमारी की जांच की जा रही है।

शनिवार को डुमरा स्थित पुनौरा वार्ड नंबर सात के आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 22 पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। जिसमें टीबी और एचआईवी की जांच की गई। संचारी रोग पदाधिकारी सीतामढ़ी डॉण् मनोज कुमार ने बताया कि टीबी मरीजों की खोज और एचआईवी जांच के लिए जिले भर में शिविर लगाए जा रहे। ईंट.भट्ठों, झुग्गी झोपड़ियों, महादलित टोलों व सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों समेत आदि जगहों पर जांच शिविर लगाकर संभावित लोगों की जांच की जा रही है। 


वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षिका श्वेतनिशा सिंह ने बताया कि शिविर में 300 से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की गई। साथ ही सैंपल भी लिया गया। शिविर में  पुरुषों के साथ महिलाओं की भी भागीदारी रही। मौके पर डॉण् औरंगजेब आलम, संजीत पूर्वे, मनोज मधुकर व निरंजन कुमार ठाकुर उपस्थित रहे। 

आम लोगों का सहयोग जरूरी

डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। यह आम जन सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने सभी से जांच शिविर में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने बताया कि सीने में दर्द होना, चक्कर आना, दो सप्ताह से ज्यादा खांसी या बुखार आना, खांसी के साथ मुंह से खून आना, भूख में कमी और वजन कम होना आदि लक्षण अगर किसी में है तो टीबी की जांच करा सकते है। इससे हमें अपने लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि कैंप में जन सामान्य को माइकिंग, पंपलेट के माध्यम से भी टीबी से बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।

किसी को भी हो सकता टीबी

डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि टीबी हमें नहीं हो सकता। अमीर हो या गरीब, टीबी किसी को भी हो सकता है। टीबी जात.पात, ऊंच.नीच नहीं देखता। इसलिए लोगों को यह भ्रम निकाल देना चाहिए। उन्होंने बताया कि टीबी मुक्त जिला बनाने के लक्ष्य के साथ यक्ष्मा केंद्र के कर्मी लगातार प्रयास कर रहे हैं। टीबी उन्मूलन के लक्ष्य के साथ कर्मी दूर.दराज के ग्रामीण इलाकों तक गांवों का दौरा कर टीबी मरीजों से मिल उन्हें समझा रहे हैं। ताकि उनका हौसला बढ़ा रहे।