सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दिख रहा कायाकल्प, इलाज के साथ मिल रही हॉस्पिटैलिटी 

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दिख रहा कायाकल्प, इलाज के साथ मिल रही हॉस्पिटैलिटी 

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दिख रहा कायाकल्प, इलाज के साथ मिल रही हॉस्पिटैलिटी 

- कायाकल्प के अनुरूप किया गया है विकसित 
- हर्बल गार्डन लोगों को कर रही आकर्षित

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 

वैशाली। अमूनन अस्पताल जाने पर इलाज के साथ वहां मिलने वाली मूलभूत सुविधाएं भी लोगों को अपनी ओर खींचती है।  जिसमें बेहतर इलाज, स्वच्छता, पीने का पानी, बैठने का सही इंतजाम, गार्डन और कर्मचारियों का सही बर्ताव शामिल होता है। इन सारी आवश्यकताओं के लिए  प्राइवेट अस्पताल न जाने कितने ही पैसे मरीजों और उनके परिजनों से ऐंठते हैं, अगर यही सुविधाएं किसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मिले तो सच में यह वहां के लोगों के लिए कायाकल्प होगा।

 जिले का राजापाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुछ ऐसे ही कायाकल्प के साथ दिख रहा है। जहां लोगों को इलाज के साथ हॉस्पिटैलिटी भी मिल सकेगी। वहीं इसे तैयार करने में भी कायाकल्प के मानकों को ध्यान में रखा जा रहा है। इस वर्ष  पूरे जिले में चार स्वास्थ्य केंद्र को कायाकल्प के लिए तैयार किया गया है, जिसमें भगवानपुर, वैशाली, सदर के साथ राजापाकर का चयन किया गया है। इसके तहत इलाज और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के लिए विशेष तैयारी की गयी है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जीतेन्द्र ने बताया कि हमारा संकल्प है कि हम राजापाकर को एक मॉडल की तरह पेश करें जहां इलाज तो हो ही साथ में लोगों को बेहतर हॉस्पीटैलिटी भी मिले।
 
हॉस्पीटैलिटी से बढ़ने लगी ओपीडी की संख्या-

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जीतेन्द्र कहते हैं कि जब से हमने अस्पताल परिसर में हॉस्पीटैलिटी पर ध्यान देना शुरू किया है जब से ओपीडी में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। अब प्रतिदिन दो सौ से ढाई सौ मरीज आने लगे हैं। इसमें मरीजों को बैठने की जगह, स्वच्छता, दवाओं की उपलब्धता और चिकित्सकों की मौजूदगी प्रमुख कारण है। 

24 घंटे तत्पर लेबर रूम-
 
लेबर रूम इंचार्ज निशा कुमारी कहती हैं कि कायाकल्प के तहत लेबर रूम को काफी विकसित किया गया है। लेबर टेबल सहित लेबर के लिए सभी उपकरण की मौजूदगी है। 24 घंटे रोस्टर में नर्स मौजूद रहती हैं। मीरा कुमारी और प्रमिला देवी अमानत मेंटर्स हैं जो किसी भी तरह की प्रसव दिक्कत पर प्रशिक्षित हैं। इसके अलावे वहीं इमरजेंसी इंचार्ज लक्ष्मी कुमारी के अनुसार राजापाकर स्थित इमरजेंसी रुम हमेशा किसी भी विकट स्थिती जैसे रोड एक्सीडेंट या किसी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए तैयार रहती है।
 
इलाज के साथ मिल रही हॉस्पिटैलिटी-
 
केयर के पीयूष कहते हैं कि लोगों के मन में बैठी सरकारी अस्पताल की परिपाटी को अब बदला जा रहा है। अब आपको राजापाकर सामुदायिक केंद्र में मरीज के अलावा उनके साथ आने वाले परिजनों के लिए भी स्वच्छ पेयजल और आराम से बैठने की व्यवस्था है। इसके अलावा फायर सेफ्टी, विकलांग और बुजुर्गों के लिए रैंप, हर्बल गार्डन सहित अन्य ऐसी सुविधाएं जो अस्पताल को लोगों के लिए सहज बनाती हैं उसका भरपूर ख्याल रखा जा रहा है। 

खुले से शौच मुक्त है राजापाकर-
 
बीसीएम रविशंकर राजू ने बताया कि राजापाकर को सितंबर के 29 तारीख को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने पत्र भी निर्गत कर दिया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच पथ को सुगम बनाने के लिए कई बार प्रयास किया गया है,पर वह अभी तक नहीं हो पाया है इसके साथ ही इसके चाहदिवारी में भी कुछ अड़चन है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद इस इलाके में इस तरह का कोई प्राइवेट हॉस्पीटल भी नहीं होगा।