प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक आयोजित
प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक आयोजित
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,संग्रामपुर।
प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक प्रखंड मुख्यालय स्थित बी आर सी भवन में प्रमुख अर्चना त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई।बैठक में बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल शोषण पर अंकुश लगाने के लिए पंचायत और वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति गठन व मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा की गई।इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी दृष्टि पाठक ने कहा कि समाज मे हो रहे सभी गैर कानूनी शादी को रोकना है, और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सभी पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों को संवेदनशील होना होगा। इस अवसर पर प्रखंड प्रमुख अर्चना पाठक ने बाल संरक्षण के मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा कि हम सभी जनप्रतिनिधियों को मिलकर वार्ड स्तर और पंचायत स्तर पर सभी योजनाओं से बच्चों को जुड़वाएं और उनकी संरक्षण की बात करें। इस अवसर पर प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पूनम कुमारी ने कहा कि बाल विवाह और बाल मजदूरी ना हो इसके लिए पंचायत स्तर और वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति को मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने ने परवरिश योजना सहित अन्य योजनाओं पर चर्चा की।इस बैठक में समाज कल्याण विभाग महिला एवं बाल विकास निगम व यूनिसेफ के सहयोग से सेव द चिल्ड्रेन द्वारा संचालित उड़ान प्रोजेक्ट के जिला समन्वयक हामिद रज़ा ने कहा कि बाल श्रम और बाल विवाह को रोकने के लिए सूचना तंत्र विकसित होनी चाहिए, जो वार्ड स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक सूचना का आदान प्रदान करें, उन्होंने ने प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के उद्देश्यों को बताया। श्री रज़ा ने कहा कि अभी अंतराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध माह मनाया जा रहा है जिसके तहत जिला के सभी चौक चौराहों और पंचायतों में जिला धावा दल की टीम बच्चों से कम कराने वाले लोगों के खिलाफ करवाई करेगी।इस अवसर पर प्रखंड समन्वयक जितेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि कठिन परिस्थिति में रहने वाले बच्चों को चिन्हित कर सरकारी योजनाओं से जोड़ने का संकल्प सभी माननीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक पदाधिकारी को लेना होगा।
प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक में बोलते हुए कृष्णा कुमार ने कहा कि बच्चों के संरक्षण में काम करने वाले सभी स्टेकहोल्डर यथा जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता का यह दायित्व है कि बच्चों के प्रति लोगों की सोच व व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए किसी भी भेद भाव के बिना जागरूकता अभियान लगातार चलाने की जरूरत है।जिससे हम बच्चों के अधिकारों व संरक्षण दिलाने में कामयाब हो सकते हैं।सुशील कुमार आज़ाद ने कहा कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 एवं बाल श्रम अधिनियम 1986 के बारे में विस्तृत चर्चा की एवं बाल विवाह बाल मजदूरी किस तरह से कम हो इस पर उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील किया कि आप सब अपने अपने पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम करें । जिला पार्षद पंकज द्विवेदी ने कहा कि बाल संरक्षण समिति की बैठक नियमित हो और इसको मजबूत की जाए।चाइल्डलाइन के प्रतिनिधि पप्पू कुमार ने बच्चों के संरक्षण की बात बताते हुए भारत सरकार का टोल फ्री नंबर 1098 चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर पर कॉल कर बच्चों के शोषण को रोका जा सकता गई।इस बैठक में मुखिया गोपाल सहनी अर्चना कुमारी, पिंकू देवी, रेणु देवी,दिलीप यादव,एस के अदालत, पंचायत समिति नुसरत फातिमा, धर्मेंद्र कुमार,अख्तर आलम, महिला पर्यवेक्षिका बेबी कुमारी, ज्योति कुमारी, पुलिस बाल कल्याण पदाधिकारी कमलेश कुमार, बी आर पी भोली मंडल, समाज सेवी अमरेंद्र कुमार वर्मा सहित बड़ी संख्या में समिति के सदस्य मौजूद थे।