एईएस-चमकी को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क

एईएस-चमकी को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क

प्रमोद कुमार 


हाजीपुर,पू०च०।
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि एईएस-चमकी बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारी की है। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में दो-दो बेड चमकी बुखार प्रभावित बच्चों के लिए सुरक्षित करते हुए यहां चौबीस घंटे रोस्टरवार डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके साथ इससे संबंधित सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।

एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें कई आवश्यक दवाएं और ओआरएस मुहैया कराई गई है। कहीं सें भी चमकी बुखार प्रभावित बच्चे की जानकारी मिलने पर उन्हें त्वरित रूप से अस्पताल पहुंचाने के लिए पंचायतों में गाड़ियों को टैग किया गया है।डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग चमकी पर पूरी तरह सजग और सतर्क है।

पीएचसी स्तर तक सुविधाएं संपूर्ण हैं। हर एक पीएचसी में वातानुकूलित दो बेड का वार्ड चमकी के लिए रिजर्व किया गया है। वहीं सदर अस्पताल में एईएस के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं। अस्पतालों में ऑक्सीमीटर और ग्लूकोमीटर जैसे छोटे और उपयोगी उपकरणों सहित आवश्यक दवाओं की व्यवस्था की जा चुकी है। जिला एवं प्रखंड स्तर पर एईएस कंट्रोल रूम स्थापित किये गए हैं।

गांवों में ओआरएस पैकेट बांटे जा रहे हैं। जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ सिंह ने बताया कि एईएस/चमकी बुखार संक्रामक नहीं है। समय पर ऐसे मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा दी जाए तो वह बिल्कुल ठीक हो जाते हैं। इसका प्रकोप अक्सर तड़के सुबह तीन-चार बजे से लेकर सात-आठ के बीच देखा गया है।

इसके बचाव में किसी भी बच्चे को रात में बिना कुछ खाना खिलाए नहीं सुलाया जाना चाहिए। वहीं इस अवधि में बच्चे को तेज बुखार होने या अ‌र्द्धबेहोशी की स्थिति आने पर तुरंत ही निकट के सरकारी अस्पताल में ले जाएं।