बाल हृदय योजना से आठ बच्चों के जीवन में आएगी खुशहाली

बाल हृदय योजना से आठ बच्चों के जीवन में आएगी खुशहाली

बाल हृदय योजना से आठ बच्चों के जीवन में आएगी खुशहाली

-अहमदाबाद में होगा दिल के छेद का ऑपरेशन

प्रमोद कुमार 

सीतामढ़ी।     
जिले में बाल हृदय योजना से  आठ बच्चों को नया जीवनदान मिलेगा। योजना के तहत चयनित बच्चों को जल्द ही दिल में छेद के ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद के श्री सत्य साईं हॉस्पिटल में भेजा जायेगा। राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (आरबीएसके) के जिला कोर्डिनेटर डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि जिले के हरिओम कुमार, रौशनी कुमारी, अभिनव आनंद और हमजा का चयन हृदय के ऑपरेशन के लिए किया गया है।

इसके अलावा सोनम कुमारी, अबुनसार, काजल कुमारी और अर्शी का भी चयन किया गया। इन बच्चों में डिवाइस लगायी जाएगी। उन्होंने बताया कि 28 और 29 मार्च को पटना में की गई स्क्रीनिंग में इन बच्चों का चयन किया गया है।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि जन्मजात बीमारियों से ग्रसित बच्चों को बीमारियों से उभारने के लिए जिले भर में हमारी टीमें लगातार प्रयासरत है।

आरबीएसके की टीम जिले भर में अभियान चलाकर ऐसे बच्चों को चयनित करती है। इसी के तहत इन बच्चों का इलाज अहमदाबाद में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में दर्जनों बच्चों का योजना के तहत दिल का इलाज करवाकर उसे स्वस्थ जीवन जीने का हक दिया गया। डॉ राजीव कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बिहार सरकार बाल हृदय योजना संचालित कर रही है।

इस योजना के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों का  निःशुल्क इलाज कराया जा रहा है। बच्चों में होने वाले कुल 38 रोगों के  निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। इसमें चर्म रोग, दांत व आंख संबंधी रोग, एनीमिया, हृदय संबंधी रोग, श्वसन संबंधी रोग, जन्मजात विकलांगता, बच्चे के कटे होंठ व तालू संबंधी रोग शामिल हैं।

बीमार बच्चों को चिह्नित करने के लिए आरबीएसके टीम द्वारा जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। शून्य से छह साल तक के बच्चों में रोग का पता लगाने के लिए आंगनबाड़ी स्तर व छह से 18 साल तक के बच्चों में रोग का पता लगाने के लिए विद्यालय स्तर पर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन नियमित अंतराल पर किया जाता है।