जेई-1 एवं जेई-2 टीका से वंचित बच्चों की सूची होगी तैयार

जेई-1 एवं जेई-2 टीका से वंचित बच्चों की सूची होगी तैयार

प्रमोद कुमार 

- आशा कार्यकर्ता गांव में करेंगी सर्वे, टीकाकरण की गति तेज करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी

सीतामढ़ी,28 मार्च।
नियमित टीकाकरण की रफ्तार को तेज करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। कोरोना संक्रमण के दौरान नियमित टीकाकरण में बाधाएं आ रही थी। अब इसे सुचारू रूप से चलाने के निर्णय लिए गए हैं।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एके झा ने कहा कि नियमित टीकाकरण के अंतर्गत जेई के टीका से वंचित बच्चों को भी टीका लगाया जाना है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे कर नौ माह से 10 वर्ष तक के जेई-1 एवं जेई-2 टीका से वंचित सभी बच्चों की सूची तैयार कराई जाएगी।

सूची के आधार पर टीका से वंचित बच्चों को टीका लगाया जाएगा। सूची का सत्यापन आशा फैसिलिटेटर द्वारा किया जाएगा तथा सर्टिफिकेशन लिया जाएगा कि इस क्षेत्र में नौ माह से 10 वर्ष तक के जेई-1 एवं जेई-2 टीका से वंचित सभी बच्चों को टीकाकरण कराने हेतु सूची में शामिल कर लिया गया है। 

सर्वे के बाद चिह्नित बच्चों को लगाया जाएगा टीका:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. झा ने कहा कि जिला स्तर से सर्वे तथा सर्वे के सत्यापन की जांच जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक एवं अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा की जाएगी।

जिससे यह पता चल सके कि  सर्वे का काम सही से किया गया और एक भी बच्चा टीका लेने से छूटने न पाए। उन्होंने बताया कि सर्वे के बाद चिह्नित बच्चों को नियमित टीकाकरण के लिए निर्धारित सत्रों पर सयमनुसार टीका दिया जाएगा।

समय पर बच्चे को टीका लगवायें:
डीआईओ डॉ. झा ने बताया कि जापानी इन्सेफेलाइटिस का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को नहीं फैलता है। इसका संक्रमण केवल एक खास किस्म के वायरस के द्वारा होता है।

जिन जगहों में जापानी इन्सेफेलाइटिस की घटनाएं जयादा देखने को मिलती हैं, उन जगहों पर जापानी इन्सेफेलाइटिस के संक्रमण का खतरा भी ज्यादा होता है। अधिकांश व्यक्ति जो जापानी इन्सेफेलाइटिस से संक्रमित हैं, कोई भी लक्षण प्रदर्शित नहीं करते। इसलिए बच्चे को अनिवार्य रूप से टीका लगवायें।