छात्राओं को मिली एनीमियामुक्त भारत, सैनिटाइजेशन व मासिक धर्म की जानकारी

छात्राओं को मिली एनीमियामुक्त भारत, सैनिटाइजेशन व मासिक धर्म की जानकारी

छात्राओं को मिली एनीमियामुक्त भारत, सैनिटाइजेशन व मासिक धर्म की जानकारी

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 
सीतामढ़ी। 
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर पीरामल फाउंडेशन द्वारा रीगा के बभनगामा पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय, गणेशपुर व कैलाश बभनगामा में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। वहीं रीगा के ही कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में भी स्वास्थ्य शिविर लगाया गया।

स्वास्थ्य शिविर में एनीमिया-मुक्त भारत, सैनिटाइजेशन, मासिक धर्म आदि की जानकारी दी गई। इस दौरान पीरामल फाउंडेशन की गांधी फेलो पल्लवी पांडे व निक्की कनौजिया ने छात्राओं को एनीमिया के कारण, लक्षण एवं इससे बचाव और उपचार की विस्तृत जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि एनीमिया से बचाव के लिए प्रोटीन-युक्त खाना का सेवन करना सबसे बेहतर और कारगर उपाय है। क्योंकि यह बीमारी खून की कमी से होती है। इससे बचाव के लिए आयरन और प्रोटीन-युक्त खाना का सेवन जरूरी है। यह बीमारी खून में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिका या हीमोग्लोबिन कम होने से होती है।

इसलिए लक्षण दिखते ही तुरंत इलाज कराएं। साथ ही चिकित्सकीय परामर्श का पालन करें। गांधी फेलो निक्की कनौजिया ने बताया कि छात्राओं को पहली बार मासिक धर्म होने पर क्या करना चाहिए? मासिक धर्म के दौरान किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए? मासिक धर्म के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सकों से जांच करानी चाहिए।

जांच के पश्चात आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श का पालन करना चाहिए।पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर दिव्यांक श्रीवास्तव ने बताया कि छात्राओं को आयरन युक्त खाना का सेवन करने के लिए भी जागरूक किया गया। इसके अलावा समय पर भोजन करना भी जरूरी है। इसलिए इस बात का विशेष ख्याल रखें कि समय पर खाना खाएं और परिवार के अन्य सदस्यों के भी खान-पान का ख्याल रखें। खासकर घर के बच्चे और बुजुर्गों के खानपान को लेकर विशेष ध्यान दें।