पहले स्थान पर सारण जिला आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन रैंकिंग

पहले स्थान पर सारण जिला आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन रैंकिंग

सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण  :- आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन की रैंकिंग में सारण जिला को पहला स्थान मिला है।
जिले के सभी सरकारी अस्पतालों की प्रोफाइल पोर्टल पर एंट्री की गई हैं।
आधार कार्ड की तरह डिजिटल हेल्थ कार्ड बनेगा।
मरीजों को यूनिक आईडी नंबर मिलेगा।
छपरा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए विभाग प्रयासरत है। इसी कड़ी में आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन कार्यक्रम की शुरूआत की गयी है। जिसके तहत मरीजों को आधार कार्ड के तर्ज पर डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाया जायेगा। इस कार्यक्रम के तहत सबसे पहले जिले के सभी हेल्थ फैसिलिटी का रिजस्ट्री भारत सरकार के पोर्टल पर करना था। राज्य सरकार के द्वारा इसकी रैंकिंग जारी की गयी। राज्यस्तरीय रैंकिंग में सारण जिला को पहला स्थान हासिल हुआ है।  जिला स्वास्थ्य समिति के डीएमएंडई भानु शर्मा ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में 31 जनवरी 2022 तक जिले में जितने भी हेल्थ फैसिलिटी जिला अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक स्वास्थ्य केंद्र हैं उनका हेल्थ प्रोफाइल रजिस्ट्री भारत सरकार के पोर्टल पर किया जाना है। जिसमें सारण जिले में स-समय जिला हॉस्पिटल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एवं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का हेल्थ प्रोफाइल रजिस्ट्री किया गया। जिसमें सारन जिला पूरे राज्य में अव्वल रहा l जिले में 23 सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों का हेल्थ प्रोफाइल रजिस्ट्री किया गया है। 

आधार कार्ड के तर्ज बनेगा डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड:
डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड, आधार कार्ड जैसा ही एक यूनिक आईडी कार्ड है। इसके जरिए यूजर्स अपना हेल्थ रिकॉर्ड मेंटेन कर पाएंगे। इसमें यूजर्स की सभी निजी जानकारियां शामिल होंगी। यूजर्स आधार कार्ड या अपने मोबाइल नंबर का उपयोग करके हेल्थ आईडी बना सकते हैं और हेल्थ रिकॉर्ड बरकरार रखने के लिए एक आईडेंटिफायर के तौर पर काम कर सकते हैं। इसमें डेमोग्राफिक, लोकेशन, फैमिली, रिलेशनशिप और संपर्क समेत कई जानकारियां एकत्र होंगी। फिर नागरिक से सहमति के बाद उस जानकारी को हेल्थ आईडी से लिंक किया जाएगा। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की वेबसाइट के हिसाब से बात करें तो पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड सिस्टम जानकारी एक यूजर को अपने हेल्थ केयर के बारे में जानकारी को रखने की अनुमति देगी।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य:

• स्वास्थ्य सुविधाओं को कुशल बनाना
• सभी नागरिकों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना
• नागरिकों के स्वास्थ्य डेटाबेस को गोपनीय रखना
• डेटाबेस को समय पर उपलब्ध करवाना
• हेल्थ केयर सुविधाओं को सुलभ बनाना

अब पुर्जा और रिपोर्ट साथ रखने की जरूरत नहीं:
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि योजना के तहत लाभार्थियों  के आलावा डॉक्टर, सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल ,क्लीनिक, डिस्पेंसरी आदि सबको जोड़ा जायेगा। बिना यूज़र की जानकारी के डिटेल्स नहीं देखी जा सकती है। उनके पास पासवर्ड और ओटीपी होना चाहिए। मरीज को अपना इलाज करवाने के लिए पुर्जा/ रिपोर्ट ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मरीज का सारा डाटा इस हेल्थ आईडी कार्ड में स्टोर होगा और हेल्थ आई डी के माध्यम से डॉक्टर मरीज का सारा डाटा देख पाएंगे। इस योजना के अंतर्गत अस्पताल क्लीनिक तथा डॉक्टर सभी एक केंद्रीय सरवर से जुड़े होंगे। इस योजना के अंतर्गत हेल्थ आईडी कार्ड लेने वाले नागरिकों को एक यूनिक आईडी दी जाएगी जिसके माध्यम से वह सिस्टम में लॉगिन कर सकेंगे।