मूल्यांकन गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण का है परिचायक

मूल्यांकन गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण का है परिचायक

मूल्यांकन गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण का है परिचायक

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 
मोतिहारी,पू०च०। 
शहर स्थित रूरल सेल्फ एंप्लॉयमेंट ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट (आरसेटी) सेंटर, मोतिहारी में बुधवार को आरसेटी बिहार के राज्य नियंत्रक के.के सिंह एवं राज्य निदेशक बिहार,आरसेटी संजय कुमार द्वारा संयुक्त रूप से सिलाई-कटाई प्रशिक्षणोपरांत महिला प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। राज्य निदेशक बिहार,आरसेटी संजय कुमार ने प्रशिक्षुओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि सभी प्रशिक्षु सिलाई-कटाई करते हुए स्वरोजगारी बनकर अपने जीवन को सार्थक रूप से संवार सकते हैं तथा वे समृद्ध भारत के साथ कदमताल कर सकते हैं।

उन्होंने ग्रामीण बीपीएल युवाओं/युवतियों के आवश्यक कौशल प्रशिक्षण व कौशल उन्नयन सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, केंद्र मोतिहारी को एक आदर्श केंद्र के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों को सक्षम बैंक से ऋण लेने का भी परामर्श दिया। वहीं राज्य नियंत्रक के.के सिंह ने प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए बताया कि कौशल प्रशिक्षण की समाप्ति उपरांत उनका मूल्यांकन होना गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण को दर्शाता है।

उनके अनुसार सफल प्रशिक्षुओं के बीच प्रमाण पत्र का वितरण उनके आत्मविश्वास में वृद्धि का परिचायक है। इससे स्वरोजगार को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने सेंटर पर विजिटर रजिस्टर, सेटेलमेंट रजिस्टर, मूवमेंट रजिस्टर, डीएलआरसी रजिस्टर, फॉलोअप रजिस्टर सहित अन्य पंजियों का गहन निरीक्षण करते हुए मानकों के अनुरूप पाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया। 
ज्ञातव्य हो कि ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) को बैंकों द्वारा भारत सरकार और राज्य सरकार के सक्रिय सहयोग से संचालित किया जाता है।

बेरोजगारी न्यूनतम करने के लिए आरसेटी एक समर्पित संस्थान है। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार, राज्य सरकारों और प्रायोजक बैंकों के बीच साझेदारी से ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कार्यक्रम संचालित हो रहा है। आरसेटी कार्यक्रम लघु अवधि के प्रशिक्षण और उद्यमियों की दीर्घकालिक सहायता के दृष्टिकोण के साथ चल रहा है। इसमें 18-45 वर्ष की आयु के बीच के ग्रामीण गरीब युवा प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए पात्र होते हैं।

आरसेटी ग्रामीण गरीब युवाओं की आकांक्षाओं को पकड़ते हुए उन्हें उद्यमशीलता कौशल में प्रशिक्षित कर लाभकारी उद्यमी बना कर अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उक्त मौके पर निदेशक डी.आर बैठा, ओए नीरज आनन्द, संकाय सदस्य साजिद हुसैन, ज्योति कुमारी, अरविन्द कुमार, पिंकी देवी सहित सभी प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।