रुपया को लेकर चाकू से किया घायल की हुई मृत्यु

रुपया को लेकर चाकू से किया घायल की हुई मृत्यु

रुपया को लेकर चाकू से किया घायल की हुई मृत्यु

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
मोतिहारी,पू०च०।
छतौनी थाना क्षेत्र नगर परिषद बरियारपुर वार्ड नंबर 45 में चाकू चलने की मामला सामने आई है जहां कुंती देवी ने थाने को लिखित आवेदन दी है कि मेरे पति नंदलाल साह 28-2-2023 को लगभग 10:00 बजे रात को शादी के नेवता करके अपने घर आ रहे थे उसी क्रम में भोला सिंह के खेत के पास मेरे पति के गले के चैन और 3700 रुपया निकालकर मेरे पति को पेट में चाकू मार दिया और लहूलुहान होकर गिर गए। वही आवेदन में आरोपित आकाश कुमार पिता कन्हैया पंडित, लकी कुमार पिता लालबाबू राय, लालबाबू राय पिता माधो राय,  रामबाबू राय, भागेश्वर राय पिता माधो राय,टिन्कू  राय पिता रामबाबू राय सभी बरियारपुर के आरोपित किया गया है।

वही घायल व्यक्ति का इलाज मोतिहारी के निजी अस्पताल में चल रहा था स्थिति के सुधार नहीं होने पर डॉक्टर द्वारा रेफर कर दिया लेकिन पीएमसीएच 8-3-2023 भर्ती होने के बाद घायल नंदलाल साह की मौत हो गई है। वही खबर मिलते ही घर पर सन्नाटा छा गया और परिवार के सदस्य को रो रो कर बुरा हाल है वही यह खबर आग की तरह पूरे बरियारपुर नगर निगम में फैल गई और सैकड़ों के संख्या में उनके दरवाजे पर भीड़ लग गई वहीं मृतक की बेटी पबीता कुमारी रो रो कर एक ही बात कहती थी कि अब हम लोगों को देखने वाला कौन है कौन खिलाएगा हमारे पिता के हत्यारे को फांसी होनी चाहिए।

सभी ग्राम वासियों की आंख नम हो गई थी। वही वार्ड 45 के पार्षद पति विनय सिंह ने बताया कि इस हत्या के पीछे दारू और सुलेशन का कारोबार बताया और कहा कि पूरे बरियारपुर क्षेत्र में दारू का अवैध धंधा जोरों पर है और यहां के नौजवान इस धंधे में लिप्त होकर बर्बाद हो रहे हैं हत्या के पीछे दारू और सुलेशन है और इस पर रोक लगनी चाहिए। वहीं अब बरियारपुर में शाम को 6:00 बजे के बाद आने में डर लग रहा कब किसको चाकू लग जाएगी यह कोई नहीं जानता है।

इस पर मैं प्रशासन से अनुरोध करता हूं कि शाम की गस्ती को बरियारपुर में तेज किया जाए। आपको बताते चलें कि 8 तारीख को होली की पर्व था शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए छतौनी पुलिस मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले। वही छतौनी थाना अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बताया कि बहुत ही दुखद घटना है हम लोग जल्द से जल्द अपराधी को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजेंगे ताकि पीड़ित परिवार के घर को शांति मिले।