फाइलेरिया से ग्रसित मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग जागरूक है। सिविल सर्जन ,पूर्वी चम्पारण डॉ अंजनी कुमार द्वारा जिले के सदर अस्पताल,सभी उपाधीक्षक अनुमंडलीय अस्पताल एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को फाइलेरिया से ग्रसित मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण करने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही हाइड्रोसील फाइलेरिया से पीड़ित मरीजों को चिह्नित कर उनका तय समय पर कैम्प लगाकर ऑपरेशन व बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही गई है। ताकि हाइड्रोसील फाइलेरिया से पीड़ित मरीजों को ऑपरेशन की सुविधा से स्थाई निजात मिल सके। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से पीड़ित फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट भी नि: शुल्क उपलब्ध करायी जाती है।
वहीं जिले के विभिन्न प्रखंडों चकिया,मेहसी, केसरिया,कल्याणपुर, तेतरिया, ढाका में एमएमडीपी किट का वितरण शुरू किया गया है। जिले में लगभग 150 मरीजों के बीच रोग नियंत्रण और घरेलू प्रबंधन के लिए उपचार किट प्रदान किया गया है। इसमें टब, साबुन, पाउडर आदि होता है। दवा भी साथ में दी जाती है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया के रोगियों को अपने पांव का अधिक ख्याल रखना चाहिए।
लोगों को फाइलेरिया के कारण व बचाव के प्रति सचेत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक परजीवी रोग है। रोग का फैलाव मच्छर के काटने से फैलता है। इससे शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन, हाइड्रोसील और हाथीपांव के रूप में प्रकट होता है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों चकिया,मेहसी, केसरिया,कल्याणपुर, तेतरिया, ढाका के स्वास्थ्य केंद्रों, अनुमंडलीय अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एएनएम, आशा समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से ऐसे मरीजों को चिह्नित कर सूची तैयार कराने एवं ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा के हर मानकों का ख्याल रखा जाएगा। ताकि ऑपरेशन के दौरान मरीजों को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो और सभी मरीज सुविधाजनक तरीके से ऑपरेशन करा सकें।केयर इंडिया की डीटीएल स्मिता सिंह ने बताया, ऑपरेशन के दौरान मरीजों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी एवं मिलने वाली सभी सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाएगा।
ताकि सभी लाभार्थी का सुविधाजनक तरीके से सफल ऑपरेशन सुनिश्चित हो सके। वहीं, उन्होंने बताया, हाइड्रोसील फाइलेरिया से स्थाई निजात के लिए ऑपरेशन ही सबसे बेहतर और कारगर उपाय है।उन्होंने अपील की है कि फाइलेरिया के मरीज इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आगे आएं और अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में सुविधाजनक तरीके से ऑपरेशन कराएं।फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाथीपाँव) व हाइड्रोसील (अण्डकोष में सूजन) है।
किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।मौके पर बीएचएम संजय कुमार, बीसीएम गजनाफर आलम कैंप इंचार्ज अवधेश कुमार केयर ब्लॉक कोऑर्डिनेटर अशोक राय, समेत कई लोग उपस्थित थे।