विश्व मलेरिया दिवस पर लोगों को किया गया जागरूक
-जिले में कई कार्यक्रमों का आयोजन, स्वास्थ्य मेला में अलग से स्टॉल
प्रमोद कुमार
शिवहर,25 अप्रैल।
विश्व मलेरिया दिवस पर जिले में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान मलेरिया से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। लोगों को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। लोगों को बताया कि मलेरिया मच्छर जनित रोग है। गंदे पानी के जमाव से मच्छर पैदा होते है जो मलेरिया का प्रमुख कारण है।
भीबीडीसी मोहन कुमार ने बताया कि विश्व मलेरिया दिवस पर जिला में बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार किया गया। स्वास्थ्य मेला में स्टॉल लगाकर इसके के प्रति लोगों को जागरूक किया। साथ ही सभी पीएचसी में भी कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया।
मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए:
मोहन कुमार ने बताया कि ठंड लगना, उल्टी होना, शरीर मे ऐंठन, सरदर्द, चक्कर आना, थोड़ी देर में पसीने के साथ बुखार उतर जाना व पुनः कुछ समय के बाद बुखार आना मलेरिया के लक्षण हैं।
इससे बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। मलेरिया के मच्छर साफ व ठहरे पानी में पनपते हैं। इसलिए घर के आसपास जलजमाव न होने दें। जलजमाव वाले क्षेत्र में किरोसिन या मोबिल डालें ताकि, मच्छर लार्वा नहीं फैला सके।
अस्पतालों में जांच व इलाज की व्यवस्था:
भीबीडीसी मोहन कुमार ने बताया कि मलेरिया का इलाज संभव है। मलेरिया का लक्षण देखने के साथ चिकित्सक से मिलें। मलेरिया का रोगी एक सप्ताह में बिल्कुल ठीक हो जाता है।
मलेरिया बुखार होने पर पीड़ित व्यक्ति को नजदीकी सरकारी अस्पताल जाना चाहिए। खून की जांच में मलेरिया निकलने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा लेनी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में इसकी नि:शुल्क जांच और इलाज की व्यवस्था है।