टीकाकरण करेगा कोविड-19 के संभावित खतरे से सुरक्षा
सत्येन्द्र कुमार शर्मा,
सारण :-
जिला में कोरोना जांच और टीकाकरण पर बल दिया जा रहा है।
टीके की सभी डोज के उपरांत ही संक्रमण से सुरक्षा संभव है।
जिला सहित राज्य और देश में फिर से कोरोना के संक्रमण प्रसार की संभावना बढ़ने लगी है।
देश के कई राज्यों में संक्रमण फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संभावित चौथी लहर की आशंका जताई जा रही और सभी जिलों को ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच और टीकाकरण कराने के लिए कहा है। कोविड-19 को रोकने के लिए निर्धारित किये गए सामान्य नियमों का पालन करने की बात कही जा रही है।
जिससे लोग संक्रमण से स्वयं को सुरक्षित कर सकें। इसके लिए जिले के लोगों को भी प्रशासन व स्वास्थ्य समिति का सहयोग करना होगा।
सभी का टीकाकृत होना अति आवश्यक :
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि जिले में अभी संक्रमण का प्रसार नहीं है। लेकिन, इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि लोग कोविड-19 को रोकने के लिए बनाए गए नियमों के पालन को लेकर उदासीन हो गए हैं।
जहां एक ओर लोगों की मास्क के उपयोग में रुचि कम हुई है, वहीं निर्धारित शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया जा रहा है। जो काफी गंभीर विषय है। लोगों को यह समझना होगा की जब तक जिले के सभी लोग पूरी तरह से टीकाकृत नहीं हो जाते, तब तक नियमों का पालन बहुत जरूरी है। दूसरी ओर टीकाकरण अभियान की बात की जाए, तो टीका लेना हम सभी का सामाजिक कर्तव्य व दायित्व है।
जिसे हमको निभाना होगा। ताकि, हम खुद के साथ साथ परिजनों, प्रियजनों व समाज को कोरोना वायरस व उसके संक्रमण से पूरी तरह से सुरक्षित कर सकें।
टीका के सभी डोज लेना जरूरी :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. चंदेश्वर सिंह ने बताया जिले में लोगों को टीका दिया जा रहा है। इसके तहत 18 वर्ष व उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज का टीका लगाया जा रहा है। लोग अभी भी बूस्टर डोज का टीका लेने में रुचि नहीं ले रहे हैं जो चिंताजनक है।
साथ ही, लोगों से अपील की जा रही कि वैसे योग्य लाभार्थी जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लिया है वे शीघ्र आगे आकर टीका लगवाएं। 12 से 14 आयुवर्ग के लोगों को भी टीका लगाया जा रहा और टीका लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है। इसके लिए लाभार्थी आरोग्य सेतु ऐप व कोविन पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन स्वयं कर सकते हैं।
इसके अलावा सभी टीकाकरण सत्र स्थल पर ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी की गयी है, ताकि सत्र स्थलों पर आने वाले बुजुर्गों को परेशानी का सामना न करना पड़े।