सर्वजन दवा सेवन अभियान के प्रति जागरुकता के लिए नवाचार का करें प्रयोग: उपविकास आयुक्त

सर्वजन दवा सेवन अभियान के प्रति जागरुकता के लिए नवाचार का करें प्रयोग: उपविकास आयुक्त

सर्वजन दवा सेवन अभियान के प्रति जागरुकता के लिए नवाचार का करें प्रयोग: उपविकास आयुक्त

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 
मुजफ्फरपुर।
फाइलेरिया उन्मुलन तभी संभव है जब इसके बारे में सही जागरुकता लोगों के बीच पहुंचे। सभी विभाग जागरुकता के लिए नवाचार का प्रयोग करें। गणतंत्र दिवस पर होने वाले प्रभात फेरी में एमडीए/आइडीए अभियान के बारे में बात हो सकती है। छोटे-छोटे ग्राम सभा, ग्राम चौपाल के साथ अनेक तरह की गतिविधियों को किया जा सकता है।

ये बातें जिला समन्वय समिति की बैठक में शुक्रवार को उपविकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने कही। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी समन्वय से अच्छा काम हुआ था। इस बार भी कोशिश करें कि कम से कम 80 से 85 प्रतिशत लोगों को दवा खिलाई जाए।

बैठक के दौरान जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने फाइलेरिया के बारे में विस्तार से बताया कि मौजूदा समय में विश्व का 40 प्रतिशत फाइलेरिया भारत में, पूरे भारत के 25 प्रतिशत फाइलेरिया मरीज बिहार में और जिले में करीब 17 हजार फाइलेरिया के मरीज है।

यह आंकड़ा करीब दो वर्षों से यहां है अब वक्त है कि कम्युनिटी हेल्थ आफिसर को इस पर प्रशिक्षित कर फिर से इन आंकड़ों की स्क्रूटनी की जाए, ताकि एक बार फिर सही आंकड़े मार्च तक आ पाए। वहीं सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को जल्द ही माइक्रोप्लान देने तथा 23 जनवरी तक प्रखंड में समन्व्य समिति की बैठक करने का निर्देश दिया।

डॉ सतीश कुमार ने कहा कि पिछली बार से सबक लेते हुए हमें इस बार दवाओं को ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर अपने सामने ही खिलाएं। घर में मौजूद नहीं रहने पर उस व्यक्ति की दवा उसके घर में नहीं दे। इस बार यह कार्यक्रम 17 दिनों का है। जिसमें पहले ​तीन दिन स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी तथा अन्य संस्थान जहां अधिक लोग हों, तथा अन्य 14 दिन घर घर जाकर लोगों को दवा खिलाई जायेगी।

इस बार जिले में 67 लाख से अधिक लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। कुल 542 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर इससे लाभांवित होगें। दवा खिलाने के कार्य में 5 हजार एक सौ 45 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर, 2572 टीम तथा 258 सुपरवाइजर को जिम्मेवारी दी गयी है। दवा खिलाने में पहले डीइसी, आइवरमेक्टिन और अंत में एल्वेंडाजोल की गोली को चबाकर खिलाने पर जोर दिया।

बैठक के दौरान डॉ सतीश ने सहयोगी संस्था सीफार के कार्यो की तारीफ की और कहा कि जिले में फाइलेरिया मरीजों को दिव्यांगता सर्टिफिकेट दिलाने, फाइलेरिया मरीज के द्वारा फाइलेरिया पर जागरुक करने तथा नाइट ब्लड सर्वे के कार्यो की सराहना की। इसके अलावा डॉ सतीश ने मरीजों की लाइन लिस्टींग और एमडीए/आइडीए में कार्य की सराहना की।

मौके पर डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, एसीएमओ डॉ सुभाष प्रसाद सिंह, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, डीपीएम रेहान अशरफ, जीविका की डीसी अनीशा, आईसीडीएस की प्रतिनिधि सुषमा सुमन, डीसीएम राजकिरण, भीडीसीओ पुरुषोत्तम कुमार,

पीरामल से राकेश, पीसीआई डीएमसी अमित कुमार सहित शिक्षा विभाग तथा अन्य विभागों के प्रतिनिधि सहित सभी पीएचसी/सीएचसी/यूपीएचसी के प्रतिनिधि मौजूद थे।