तरियानी और पिपराही में टीबी जांच को लगी ट्रूनेट मशीन

तरियानी और पिपराही में टीबी जांच को लगी ट्रूनेट मशीन

तरियानी और पिपराही में टीबी जांच को लगी ट्रूनेट मशीन


- जिले में पीएचसी स्तर पर ट्रूनेट मशीन से टीबी मरीजों की जांच की सुविधा

प्रमोद कुमार 


शिवहर। 
राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2025 तक देश को पूरी तरह टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिले में तेजी से काम चल रहा है। सही समय पर रोग का पता लगाते हुए समुचित इलाज के उद्देश्य से जिले में पीएचसी स्तर तक ट्रूनेट मशीन इंस्टाल की जा रही है। इसके तहत तरियानी और पिपराही पीएचसी में यह मशीन लग चुकी है।

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. जियाउद्दीन जावेद ने कहा कि इसके जरिये कम समय में जांच के बेहद विश्वसनीय नतीजे प्राप्त किए जा सकते हैं। इतना ही नहीं ट्रूनेट मशीन के माध्यम से टीबी के गंभीर मामलों का पता लगाना बेहद आसान होता है।टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रखंड स्तर पर ट्रूनेट मशीन से टीबी मरीजों की जांच की जाएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना काल में टीबी उन्मूलन का लक्ष्य पीछे हुआ है।

अब यह निर्णय हुआ है कि लैबोरेटरी टेक्नीशियन की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए पीएचसी स्तर पर टीबी की जांच की जाएगी। जिला को आवंटित सीबीनेट व ट्रूनेट मशीन को इस प्रकार से इस्तेमाल किया जाए कि टीबी रोगियों की डायग्नोसिस सीबीनेट व ट्रूनेट मशीन से और फालोअप जांच स्पुटम माइक्रो स्कोपी के द्वारा की जाए। जिले में छह जगह माइक्रोस्कोपिक सेंटर शुरू किया जाएगा।

इसमें सदर अस्पताल, फतहपुर, डुमरी, तरियानी, पुरनहिया और पिपराही शामिल हैं ।डॉ. जियाउद्दीन जावेद ने बताया कि जिला अस्पताल से प्रखंड स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही दवा भी मुफ्त दी जाती है। टीबी रोग की रोकथाम के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।

टीबी रोगी सघन खोज अभियान में रोग के लक्षण मिलने पर उसके बलगम की जांच की जाती है। साथ ही टीबी रोग पर नियंत्रण करने के लिए लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक करने का प्रयास भी किया जाता है।डॉ.  जियाउद्दीनजावेद ने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है। जड़ से मिटाने के लिए हम सभी को इसके खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है। टीबी मरीजों से यह अपील है कि वह अपना इलाज बीच में ना छोड़ें।

समाज के लोगों से यह अपील है कि कोई भी हमारे परिवार या आस-पास में टीबी संभावित व्यक्ति दिखाई देता है या ऐसा लगता है कि उसको टीबी हो सकती है, तो उसकी जांच अपने किसी भी आसपास के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कराना चाहिए। टीबी एक कलंक है जिसको जड़ से खत्म करना है।