कालाजार को लेकर राज्यस्तरीय टीम का निरीक्षण टीम के सदस्य मरीजों से मिलकर स्थितियों से हुए अवगत
कालाजार को लेकर राज्यस्तरीय टीम का निरीक्षण टीम के सदस्य मरीजों से मिलकर स्थितियों से हुए अवगत
सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं की दी जानकारी
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
कालाजार उन्मूलन को लेकर राज्यस्तरीय टीम का जिले में दो दिवसीय दौरा शुक्रवार को समाप्त हुआ। दौरे के प्रथम दिन केसरिया के बैरिया व चकिया में टीम पहुंची। वहीँ टीम दूसरे दिन तुरकौलिया, हरसिद्धि जाकर कालाजार के मरीजों से मिली। इस दौरान कालाजार कार्यक्रम की समीक्षा हेतु कई महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी ली गई।
इस राज्यस्तरीय दल के प्रमुख सदस्यों में एनपीओ कालाजार डॉ ध्रुव पाण्डे, डब्ल्यूएच्ओ के डॉ राजेश पांडे, नीलम सिंह, विकास कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा, केयर के डीपीओ व अन्य कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे। मौके पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा ने कई प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराई।भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार व भीडीसीओ कंसल्टेंट अभिषेक कुमार ने बताया कि राज्य स्तरीय टीम को केसरिया प्रखंड के बैरिया गाँव मे पीकेडीएल के मरीज से मिलवाया गया।
साथ ही उनके स्वास्थ्य व उनसे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को प्रमुखता से निरीक्षण किया गया। वहीँ उन्हें सरकार द्वारा दी जा रही सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। जिसके बारे में राज्य स्तरीय टीम के सदस्य अवगत हुए।इसके बाद दल द्वारा लोहरगांवा के एक भीएल के मरीज से मिलकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई। तत्पश्चात चकिया प्रखंड में जाकर कालाजार की दवाओँ के रखरखाव, छिड़काव के तरीकों, कालाजार से संबंधित कागजातों के साथ कालाजार वार्ड का निरीक्षण किया गया।
वहीं टीम द्वारा तुरकौलिया प्रखंड के घरवारी ग्राम में कालाजार के मरीजों से मिलकर जानकारी ली गई व छिड़काव हुए घरों की गहनता पूर्वक जांच की गई।राज्यस्तरीय जाँच दल द्वारा हरसिद्धि प्रखंड के जगापाकर एवं कुबरा गांव में कालाजार मरीजों की सूचियों का जायजा लिया गया। जांच दल द्वारा बताया गया कि अभी जिला कालाजार उन्मूलन के चरण में है इसलिए आवश्यक है कि समय-समय पर इसका अनुश्रवण पर्यवेक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
जिला भिबीडी नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि अब तक जिले में 2022 साल के अनुसार कुल 31 मरीज पाए गए हैं । जिनमें पीकेडीएल के 06 एवं भीएल के 25 मरीज पाए गए हैं। जिनमें सबसे ज्यादा मरीज हरसिद्धि प्रखंड के हैं। अब तक कुल 6 मरीज हरसिद्धि प्रखंड के एक ही गांव में पाए गए हैं, जो जागापाकर से सर्वाधिक मरीज मिले हैं ।
सभी कालाजार के मरीजों को मुफ्त जांच एवं इलाज के साथ सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की सहायता दी जाती है। वी एल मरीजों को कुल 7100 रुपए एवं पीकेडीएल मरीजों को 4000 की राशि दिए जाने का प्रावधान है।