स्वस्थ शरीर में ही मस्तिष्क का वास होता है- प्रो अनुपम शर्मा 

स्वस्थ शरीर में ही मस्तिष्क का वास होता है- प्रो अनुपम शर्मा 

स्वस्थ शरीर में ही मस्तिष्क का वास होता है- प्रो अनुपम शर्मा 

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
मोतिहारी,पू०च०।
राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार तथा महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय बिहार के सेहत केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य व वक्त्री प्रोफेसर अनुपम शर्मा, विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक ने  जनसंख्या समस्या एवं  समाधान विषय पर अपने संक्षिप्त किंतु सारगर्भित उद्बोधन से  कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रोताओं का ज्ञानवर्धन किया।

 संगोष्ठी में उपस्थित  सभी  विद्वानों एवं  श्रोताओं का स्वागत वाणिज्य एवं प्रबंधन  विज्ञान  विभाग,महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता  प्रोफेसर पवनेश कुमार ने किया। संक्षिप्त वक्तव्य  गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष  प्रोफेसर राजीव कुमार ने किया। सभी विद्वानों एवं श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापन गांधी भवन कैंपस के कैंपस निदेशक एवं संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर  प्रसूनदत्त सिंह ने किया।

विश्व जनसंख्या दिवस के  उपलक्ष्य में संक्षिप्त  किंतु सारगर्भित  उद्बोधन प्रोफेसर अनुपम शर्मा ने दिया। प्रोफेसर शर्मा ने  अपने उद्बोधन में बताया कि  यह दिवस न केवल एकदिवस है,अपितु यह सोचने विचारने का प्रश्न का भी दिन है। प्रोफेसर शर्मा ने  वक्तव्य में  जेंडर क्वालिटी, जनसंख्या वृद्धि उसकी समस्या और समाधान पर विस्तृत चर्चा करते हुए  दृष्टिपात किया। जनसंख्या नियंत्रण हेतु अनेक सरकारी  तथा सामाजिक संगठनों को भी उद्धृत किया  जो जनसंख्या नियंत्रण हेतु कार्यरत हैं।

 उन्होंने अपने उद्बोधन में यह बताया कि अनेक सामाजिक संगठन तथा सरकारी नीतियां  जनसंख्या नियंत्रण हेतु जागरूकता अभियान की तरफ उन्मुख हैं। अपने उद्बोधन में प्रोफेसर  शर्मा ने बताया कि शिक्षा  तथा जागरूकता के अभाव के कारण जनसंख्या में निरन्तर वृद्धि होती जा रही है।इसलिए शिक्षा एवं जागरूकता में वृद्धि करना तथा रूढ़िवादिता को त्यागना ही जनसंख्या नियंत्रण का एक सशक्त साधन हो सकता है।  प्रो शर्मा ने बताया कि शिक्षण संस्थानों एवं युवाओं के प्रयास से ही जनसंख्या का निवारण किया जा सकता है।  

उन्होंने यह बताया कि इन माध्यमों से भी जनसंख्या नियंत्रण हेतु जागरूकता प्रदान की जा सकती है।  कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वानों एवं श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापन गांधी भवन कैंपस के कैंपस निदेशक  प्रोफेसर प्रसून दत्त सिंह ने किया। इस कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य तथा सेहत केन्द्र के सह समन्वयक डॉ बबलू पाल ने किया। इस संगोष्ठी का समापन राष्ट्रगान से किया गया।