मिट्टी जांच प्रयोगशाला में कार्यरत मृदा विश्लेषक मानव बल के मानदेय पर सख्त
मिट्टी जांच प्रयोगशाला में कार्यरत मृदा विश्लेषक मानव बल के मानदेय पर सख्त
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
सरकार कि अतिमहत्वाकांक्षी एवं किसानों के लिए संजीवनी स्वास्थ्य हेल्थ कार्ड योजना को जमीनी धरातल पर उतारने में मृदा विश्लेषक मानव बल कि महत्वपूर्ण भूमिका है एवं विभाग में वर्ग दो के पदाधिकारी सहायक निदेशक रसायन पुर्वी चम्पारण के द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित मानदेय से वृहत् पैमाने पर छेड़छाड़ कर कम नमूना दर्शा खुद से कम नमूनों कि अभिश्रव/विपत्र बना कम मानदेय भुगतान किया गया है।
जबकि सरकार वर्ष 2015 से ही वर्षवार मानव बल के लिए मानदेय का निर्धारण की गई है। जिसमें उप निदेशक रसायन पटना -सहायक निदेशक रसायन के मिलिभगत से वृहत् पैमाने पर समस्त जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला में गबन किया गया है। जिसकी शिकायत राज्य के शीर्ष पदाधिकारीयों को पत्र लिखकर कि गई है।
जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला पुर्वी चम्पारण के सहायक निदेशक रसायन अमितेश कुमार तों सभी जिलों को हराकर मुख्य गबन कर्ता में नाम दर्ज करा चुके हैं। पुर्वी चम्पारण के दोनों मानव बल कि बकाया राशि कि सूची के साथ बार बार लिखें गये सरकार को पत्र का हवाला देते हुए सुधा शर्मा द्वारा कृषि मंत्री बिहार सरकार से शीघ्र दोनों मानव बल कि वर्षवार प्रयोगशाला में प्राप्त कुल विश्लेषित नमूनों पर वर्षवार निर्धारित दर से जांचोपरांत बकाया भुगतान सुनिश्चित करने कि गुहार लगाई है।
जिस पर त्वरित पहल का शीघ्र भुगतान का आश्वासन मंत्री ने दिया है।बिहार राज्य संविदा मृदा विश्लेषक संध बिहार के अध्यक्ष अरुण कुमार गिरि, महासचिव अजय कुमार सिन्हा, मुख्य प्रवक्ता सह संगठन प्रभारी विकास वैभव, प्रदेश संयोजक सह कोषाध्यक्ष राजमोहन सिंह के संयुक्त हस्ताक्षर से सभी माननीय गण को मानदेय गबन पर त्वरित संज्ञान लेने कि अपिल किया गया है कि गई एवं माननीय मंत्री जी को श्रीमद् भागवत गीता सप्रेम भेंट कर सम्मानित किया गया एवं बधाई दि गई।