स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य प्रगति की जिलाधिकारी ने की समीक्षा

स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य प्रगति की जिलाधिकारी ने की समीक्षा

स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य प्रगति की जिलाधिकारी ने की समीक्षा

P9bihar news 


प्रदीप कुमार मिश्रा 
मोतिहारी।
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के द्वारा अपने कार्यालय कक्ष में विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंताओं के साथ जिला में लगाए जा रहे हैं स्मार्ट मीटर के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान मोतिहारी, चकिया एवं रक्सौल डिवीजन के विद्युत कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे।मोतिहारी डिविजन के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि मोतिहारी डिवीजन अंतर्गत कुल 233817 विद्युत उपभोक्ता हैं जिसमें से 91488 उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगा दिया गया है

और इस प्रकार 39 प्रतिशत उपलब्धि अभी तक प्राप्त की गई है।चकिया डिवीजन के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि चकिया डिवीजन में कुल 275590 उपभोक्ताओं के विरुद्ध 118172 स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं जिसकी उपलब्धि 43% रही है। उसी प्रकार रक्सौल डिवीजन के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि इस डिवीजन में कुल 188668 विद्युत उपभोक्ता है जिसमें 117055 स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है

और यहां पर उपलब्धि 62% दर्ज की गई है। समेकित रूप से देखने पर पूरे जिले में 12 लाख 15 हजार 910 विद्युत उपभोक्ताओं के विरुद्ध 6 लाख 44 हजार 336 स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं और इस प्रकार जिले में 53% की उपलब्धि हासिल की गई है।जिलाधिकारी के द्वारा बैठक के दौरान तीनों कार्यपालक अभियंताओं को इस कार्य में तेजी लाकर जल्दी से जल्दी लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया गया।

कार्यपालक अभियंताओं ने बताया स्मार्ट मीटर लगाने के क्रम में उपभोक्ता से कोई शुल्क नहीं ली जा रही है। सभी पुराने मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर का अधिष्ठापन किया जा रहा है। स्मार्ट मीटर पर विद्युत उपभोक्ताओं को पूर्व के भुगतान पर 1.5 प्रतिशत का प्रोत्साहन राशि दिया जा रहा है। ऑनलाइन रिचार्ज के लिए एक प्रतिशत तथा स्मार्ट मीटर पर वित्तीय लाभ के रूप में 0.5 प्रतिशत का लाभ दिया जा रहा है।

अभियंताओं ने बताया कि स्मार्ट मीटर द्वारा डाटा स्वत ही बिलिंग सर्वर पर आ जाता है जिससे ऊर्जा रीडिंग के लिए मीटर रीडर की जरूरत नहीं पड़ती है एवं ऑनलाइन माध्यम से समय पर विपत्र प्राप्त किया जा सकता है। मानव हस्तक्षेप नहीं होने से विद्युत विपत्र में त्रुटि की संभावना बिल्कुल ही नहीं रहती है। स्मार्ट मीटर के कारण बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होने से उपभोक्ताओं में विद्युत विपत्र को समझने में सुविधा होती है।

उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर के अधिष्ठापन से पहले विद्युत बकाया राशि को 300 दिनों में भुगतान करने की व्यवस्था की गई है जिससे उपभोक्ताओं को बकाया राशि एक मुफ्त जमा करने के वित्तीय भार से मुक्ति मिलती है।इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सह अपर समाहर्ता पूर्वी चंपारण मुकेश कुमार सिंहा, विकास शाखा की प्रभारी पदाधिकारी रश्मि सिंहा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।